शिरोमणि अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग्स मामले में नया नोटिस मिला है। जिसके बाद वह आज नई एसआईटी के सामने पेश होंगे, जहां उनकी पहली पेशी होगी। इससे पहले वह तीन बार पुरानी एसआईटी के सामने पेश हो चुके हैं। पहली एसआईटी का चार्ज एडीजीपी एमएस छीना के पास था, जो पिछले साल दिसंबर में रिटायर हो गए थे।
नई एसआईटी की जिम्मेदारी पटियाला रेंज के DIG एचएस भुल्लर को दी गई है। एडीजीपी एमएस छीना की सेवानिवृत्ति के बाद सरकार ने एसआईटी का पुनर्गठन किया और मामले की कमान डीआइजी भुल्लर के अलावा पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा और धूरी के एसएसपी योगेश शर्मा को सौंपी गई है।
इससे पहले बिक्रम मजीठिया 30 दिसंबर को एसआईटी के सामने पेश हुए थे और उससे पहले एसआईटी ने उन्हें 27 दिसंबर को दूसरी बार समन किया था, जिसमें शहीदी जोड़ मेल का ।न होने के कारण बिक्रम मजीठिया उस पेशी पर नहीं आए थे, जबकि इससे पहले 18 दिसंबर को बिक्रम मजीठिया से 7 घंटे तक पूछताछ की गई थी। इसमें उनसे कुछ जवाब मांगे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि वे मेरे खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराना चाहते हैं।
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मजीठिया ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक एसआईटी के सामने मेरे बार-बार पेश होने का जिक्र नहीं है, लेकिन मैं अपनी जिम्मेदारी समझते हुए पेश हो रहा हूं, ताकि सच्चाई सामने आए।
कांग्रेस सरकार के दौरान 20 दिसंबर 2021 को पुलिस ने मजीठिया के खिलाफ मामला दर्ज किया था। 5 महीने जेल में रहने के बाद मजीठिया को 10 अगस्त 2022 को जमानत मिल गई। मजीठिया ने आरोप लगाया कि जिस मामले में वह जेल में हैं, उस मामले में अभी तक कोई आरोपपत्र दायर नहीं किया गया है। उनके खिलाफ यह अनोखा एनडीपीएस मामला है, जिसमें पुलिस ने कोई बरामदगी नहीं की है।