रोहतक। रोहतक की सड़कों पर ऐसे बहुत से दुपहिया वाहन दौड़ रहे हैं, जिनके नंबर प्लेट ही नहीं है। युवाओ की नंबर प्लेट तो गायब होती है लेकिन उसकी जगह जाट, गुर्जर, ठाकुर, ब्राह्मण, किसी धर्म से संबंधित फोटो या फिर कोई दबंगता दर्शाता हुआ कोई स्लोगन लिखा मिल जाता है या फिर कोई पीछे लगा हुआ ऐसा ही फोटो।
इसके अलावा 50 प्रतिशत ऐसे वाहन हैं, जिनपर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं है। बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के चालान का प्रावधान है लेकिन इसके बावजूद यह वाहन सरपट सड़कों पर दौड़ रहे हैं। वहीं काफी वाहन चालक अपने वाहन पर रजिस्ट्रेशन नंबर इस प्रकार लिखवाते हैं कि वह पढ़ने वाले की समझ में ही नहीं आते। ऐसे वाहन चालकों के भी पुलिस चालान करती है लेकिन इसके बावजूद लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
रोहतक में पिछले दिनों ट्रैफिक सिस्टम को हाईटेक करने और अपराधियों की पहचान करने के लिए पिछले दिनों शहर के चौक-चौराहों, गलियों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन वाहन चालकों के देसी जुगाड़ के सामने यह कैमरे फेल होते नजर आ रहे हैं। अपराधी किस्म के वाहन चालक नंबर प्लेट पर टेप, मिट्टी लगाने के अलावा अधूरे नंबर या दूसरे पहचान वाले शब्द लिखकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। यदि कोई वारदात हो जाए तो आधे अधूरे नंबरों के साथ इनकी पहचान करना मुश्किल है।
नियमानुसार, वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी होनी चाहिए। मगर कई बाइक चालक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को उतरवाकर स्टाइलिश नंबर प्लेट लगा रहे हैं। लघु सचिवालय, तहसील परिसर, पीजीआई रोहतक की पार्किंग आदि जगहों पर आपको ऐसी कई बाइक मिल जाएँगी जिनके पीछे हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट नहीं है और नंबर भी आधे अधूरे लिखे गए हैं। कई बाइकों से नंबर प्लेट ही गायब होती है। अधिकतर बिना नंबर प्लेट वाले वाहन वारदातों में प्रयोग किए जाते हैं।
इसके अलावा कई पेट्रोल पंपों से जो वाहन चालक पेट्रोल डलवाकर फरार हो जाते हैं, उनके वाहनों पर भी नंबर प्लेट नहीं होती। इसके अलावा शहर में हर दूसरा वाहन आपको ऐसा मिल जाएगा, जिसपर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी हुई नहीं होती। इनमें सबसे अधिक पुराने वाहन शामिल हैं। नए वाहनों में आजकल एजेंसी संचालक ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाकर देते हैं। हालांकि पुलिस पूरी सख्ती के साथ लगी हुई है। शहर के हर चौक-चौराहे पर पुलिस वाहनों के चालान करती आम देखी जा सकती है। इसके बावजूद लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
डीएसपी संदीप कुमार ने कहा कि नियमों का उल्लघन करने वाले बाइक चालकों के खिलाफ धरपकड़ का अभियान चलाया जा रहा है। ऐसी 50 के लगभग बाइकों को पकड़ा जा चुका है। आगे भी इनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
क्या है हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट
सभी वाहनों के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य है। नए वाहनों को बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के पास नहीं किया जाता। जिस कारण नए मॉडल के वाहनों में तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी होती है, लेकिन जो पुराने वाहन हैं, उनमें 50 प्रतिशत से अधिक ऐसे हैं, जिन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ही नहीं है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में एक प्रकार से वाहन से संबंधित सभी जानकारी छिपी होती हैं।
इसपर लगे होलोग्राम में यूनिक आईडी नंबर है, जो सभी वाहनों पर अलग-अलग होता है। होलोग्राम लगा वाहन कहीं भी सीसीटीवी कैमरे की नजर से गुजरेगा तो वाहन से संबंधित पूरी जानकारी उसमें कैद हो जाती है। सभी प्लेट पर लेजर कोड और एक होलोग्राम के कारण इसकी डुप्टीकेट रजिस्ट्रेशन प्लेट भी तैयार नहीं की जा सकती। प्लेट पर विशेष प्रकट के नट-बोल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। एक बार लगाने के बाद इसे खोला नहीं जा सकता।