Tuesday, May 13, 2025
Homeदेशबच्चों का हेल्थ कार्ड बनवाने के मामले में बिहार बना देश का...

बच्चों का हेल्थ कार्ड बनवाने के मामले में बिहार बना देश का दूसरा सबसे सफल राज्य

bihar health card: बिहार बच्चों का हेल्थ कार्ड बनवाने के मामले में देश का दूसरा सबसे सफल राज्य बन गया है. राज्य के आंगनवाड़ी केंद्रों ने बच्चों के लिए हेल्थ कार्ड बनवाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि दर्ज की है. प्रदेश में अब तक 26.15 प्रतिशत पंजीकृत बच्चों का हेल्थ आईडी कार्ड बनाया जा चुका है. ऐसे में महाराष्ट्र के बाद बिहार ने बच्चों के हेल्थ आईडी कार्ड बनवाने में सफलता हासिल कर ली. महाराष्ट्र में अब तक  30.63 प्रतिशत बच्चों का हेल्थ कार्ड बन चुका है.

bihar health card: पांच महीनों में 29 लाख 8 हजार 420 बच्चों के हेल्थ आईडी कार्ड बने 

ये स्थिति चंद महीनों में ही बदली है. बीते साल दिसबंर 2024 तक राज्य के आधे से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों में एक भी बच्चे का हेल्थ कार्ड नहीं बना था. पूरे राज्य में मात्र 1435 बच्चों के ही हेल्थ कार्ड बने थे. लेकिन समेकित बाल विकास सेवाएं (ICDS) निदेशालय ने एक विशेष अभियान की शुरुआत की. इस अभियान के तहत दिसंबर 2024 से लेकर अप्रैल 2025 तक 29 लाख 8 हजार 420 बच्चों के हेल्थ आईडी कार्ड बन चुके हैं.

प्रत्येक पंजीकृत बच्चे का तैयार हो हेल्थ कार्ड 

वर्तमान में बिहार में आंगनबाड़ी केंद्रों में करीब 95 लाख बच्चे पंजीकृत हैं. ऐसे में सरकार का लक्ष्य है कि हर पंजीकृत बच्चे का हेल्थ कार्ड जल्द से जल्द तैयार हो.

जानिए हेल्थ कार्ड के फायदें 

हेल्थ आईडी कार्ड बनवाने का सबसे फायदा फायदा यह है कि बच्चों की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारियां डिजिटल रूप से सुरक्षित रहती हैं. इससे बीमार पड़ने की स्थिति में इलाज में तेजी आती है और डॉक्टर पुराने रिकॉर्ड देखकर सटीक इलाज कर पाते हैं. साथ ही देशभर के सरकारी अस्पतालों में  मुफ्त इलाज, मुफ्त दवा और डॉक्टर की पर्ची की जरूरत खत्म हो जाती है.

 

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular