मनी ट्रांसफर स्कैम एक धोखाधड़ी का तरीका है, जिसमें ठग पीड़ित से पैसे ट्रांसफर कराने के लिए धोखा देते हैं। यह स्कैम मुख्य रूप से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स, मोबाइल वॉलेट, बैंक ट्रांसफर और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से होता है। ठग अपने शिकार को विभिन्न तरीकों से विश्वास में ले लेते हैं, जैसे कि फर्जी नौकरी के ऑफर, लोन ऑफर, या आपातकालीन स्थिति का झांसा देकर पैसों की मांग करना।
मनी ट्रांसफर स्कैम के प्रमुख प्रकार:
- फर्जी लोन ऑफर: ठग पीड़ित को लोन देने का वादा करते हैं और उनसे अप्लीकेशन फीस, प्रोसेसिंग फीस या अन्य शुल्क के रूप में पैसे ट्रांसफर करवा लेते हैं। इसके बाद, वे या तो लोन का वितरण नहीं करते या पूरी तरह से गायब हो जाते हैं।
- ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम: अपराधी फर्जी ई-कॉमर्स साइट्स बनाते हैं, जहां से लोगों को नकली सामान खरीदने के लिए कहा जाता है। भुगतान करने के बाद, सामान कभी नहीं मिलता।
- फर्जी हेल्पलाइन नंबर: ठग फर्जी हेल्पलाइन नंबर देकर लोगों को कॉल करते हैं और बैंक या क्रेडिट कार्ड डिटेल्स हासिल करने के लिए कहते हैं।
- सोशल इंजीनियरिंग: ठग पीड़ित से व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करते हैं और उनका उपयोग करके उनका पैसा ट्रांसफर कर लेते हैं। ये स्कैम अक्सर ईमेल, एसएमएस या सोशल मीडिया के माध्यम से होते हैं।
कैसे बचें मनी ट्रांसफर स्कैम से:
- किसी भी अज्ञात व्यक्ति से पैसे ट्रांसफर करने से पहले पूरी जानकारी हासिल करें।
- कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक विवरण या ओटीपी किसी से साझा न करें।
- ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स करते समय, वेबसाइट के सिक्योरिटी सर्टिफिकेट और लेन-देन की वैधता की जांच करें।
- किसी भी असामान्य ईमेल या संदेश से सतर्क रहें, जो आपसे तुरंत पैसे की मांग करते हों।