हरियाणा।हरियाणा में चुनाव से पहले आप पार्टी को बड़ा झटका लगने वाला है। दरअसल एक तरफ जहां आप पार्टी हरियाणा में जोरों -शोरों से प्रचार प्रसार के जरिये पैर पसारने पर तुली हैं वहीं दूसरी तरफ पार्टी के जाने माने चेहरों के इस्तीफों से पार्टी को बड़े झटके भी लग रहे हैं।इसी के तहत अब आम आदमी पार्टी को एक महीने के अंदर दूसरा बड़ा झटका लग सकता है। पहले पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और उनकी बेटी प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने पार्टी छोड़ दी थी अब पार्टी के प्रचार समिति के अध्यक्ष और पूर्व सांसद अशोक तंवर के पार्टी छोड़ने की चर्चा तेज हो गई है।इसी के साथ उनके नजदीकी अनेकों आप कार्यकर्ता भी बीजेपी पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। जिनमें से रोहतक के बिमल मिलोचा को लेकर भी चर्चा हो रही है।
जानकारी के अनुसार दिल्ली के एक होटल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और अशोक तंवर की बुधवार को 20 मिनट की मुलाकात भी हुई है। मुख्यमंत्री बुधवार को दिल्ली में थे। इस चर्चा के बाद पार्टी ने तंवर को मनाना शुरू कर दिया है। तंवर की ओर से कुछ शर्तें रखी गई हैं, जिस पर पार्टी के अंदर सहमति नहीं बन पा रही। फिलहाल पार्टी छोड़ने संबंधी चर्चाओं के बारे में तंवर की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। तंवर से संपर्क करने की कोशिश भी की गई, मगर उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। यदि तंवर पार्टी छोड़ते हैं तो आम आदमी पार्टी के लिए दस दिन में यह दूसरा बड़ा झटका होगा।
दस दिन पहले दो बड़े नेताओं ने कहा था अलविदा
दिसंबर के आखिरी सप्ताह में हरियाणा के पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने भी आम आदमी पार्टी को अलविदा कह दिया था। दोनों नेताओं ने पांच जनवरी को कांग्रेस की सदस्यता हासिल कर ली थी। तंवर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं और सिरसा से सांसद भी रहे हैं।पार्टी की पिछली कुछ बैठकों में अशोक तंवर शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्हें बैठकों में आने का निमंत्रण भी भेजा जा रहा है। वहीं, पिछले दो दिन से उनके समर्थकों का पार्टी से त्याग पत्र देना जारी है।
मंगलवार को कुरुक्षेत्र में आप के जिला अध्यक्ष ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी से त्याग पत्र दिया। वहीं, बुधवार को गन्नौर से भी कई पदाधिकारियों ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया। ये सभी तंवर के समर्थक बताए जा रहे हैं। इन पदाधिकारियों ने पार्टी के शीर्ष नेताओं पर अनदेखी का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि तंवर ने 12 जनवरी को अपने समर्थकों की एक बैठक रखी है। बैठक में तंवर समर्थकों से राय लेंगे और उसके बाद वह अगला फैसला लेंगे। यह भी चर्चा चल रही है कि तंवर भाजपा में जा सकते हैं।