Cyber Crime: डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी को आसान बना रही है। साइबर अपराधी इसी टेक्नोलॉजी का फायदा उठाकर अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। अब ठगों द्वारा ठगी का नया पैंतरा सामने आया है।
पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र नीतीश अग्रवाल ने आमजन को साइबर अपराधों के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि साइबर ठग कुछ रकम आपके खाते में भेजते हैं। मैसेज आने के व्यक्ति तुरंत अपना बैलेंस चैक करने के लिए अपना यूपीआई अकाउंट खोलता है। पैसे के साथ उस ठग द्वारा पैसे ट्रांसफर की रिक्वेस्ट भी भेज रखी होगी। बैलेंस चैक करने के लिए जैसे ही व्यक्ति अपना पिन डालता है। पिन डालते ही पैमेंट रिक्वेस्ट अपने आप स्वीकृत हो जाएगी और उसके खाते से पेमेंट हो जाएगी। इस स्कैम से बचने के लिए खाते में अनजान नंबर से पेमेंट आने पर कम से कम आधे घंटे तक बैलेंस चेक ना करें या बैलेंस चेक करने के लिए पहली बार गलत पिन डालें। गलत पिन डालने से आई हुई पैमेंट रिक्वेस्ट कैंसिल हो जाएगी। साइबर ठगी से बचने के लिए सावधान रहना जरूरी है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी भी प्रकार की वित्तीय या ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा अपनी शिकायत साइबर क्राइम थाना या आपके संबंधित थाने में स्थापित साइबर हैल्प डेस्क पर दें सकते हैं।