Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-hide-security-enhancer domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u653301726/domains/garimatimes.in/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Basant Panchami 2024 : कब मनाई जायेगी बसंत पंचमी
Friday, November 22, 2024
Homeदेशजानें इस साल कब मनाई जायेगी बसंत पंचमी, जानें शुभ मुहूर्त और...

जानें इस साल कब मनाई जायेगी बसंत पंचमी, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Basant Panchami 2024 : माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हर साल बसंत पंचमी मनाई जाती है। इस दिन विद्या, ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि इसी दिन मां सरसस्वती प्रकट हुई थी इसलिए इस दिन को उनके जन्मदिवस के रुप में मनाया जाता है।

इस साल कब मनाई जायेगी बसंत पंचमी 

इस साल माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से होगी और इसके अगले दिन यानी 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर तिथि का समापन होगा। इस साल बसंत पंचमी का पर्व 14 फरवरी को मनाया जाएगा।

Basant Panchami 2024: जानें बसंत पंचमी पर पीले रंग का महत्व

बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त

बसंत पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त 14 फरवरी को सुबह 7 बजकर 1 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। बसंत पंचमी के दिन शुभ मुहूर्त 5 घंटे 35 मिनट तक है।

जानिए बसंत पंचमी पर पूजा करने की विधि 

  • बसंत पंचमी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
  • इसके बाद मंदिर की सफाई करें और गंगाजल से छिड़काव कर शुद्ध करें।
  • अब मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें और उन्हें पीले रंग वस्त्र अर्पित करें।
  • अब मां पार्वती को पीले रंग की रोली, अक्षत, श्वेत चंदन, पीले फूल, दीप, गंध अर्पित करें।
  • विधिपूर्वक मां पार्वती की पूजा करें और सरस्वती वंदना का पाठ करें या सुने।
  • इसके बाद मां पार्वती की आरती करें।
  • मां पार्वती को खीर और बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। भोग में तुलसी दल को शामिल करें।
  • अंत में जाकर प्रसाद का वितरण करें।

ये भी पढ़ें- घने कोहरे के कारण थमी ट्रेनों की रफ्तार, 70 से अधिक ट्रेनों अपने निर्धारित समय से लेट

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular