पानीपत। बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की भाषा शैली से हरियाणा के पानीपत के किसान आहत है। दरअसल, रविवार को धीरेंद्र शास्त्री पानीपत आए थे। यहां हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों को देखकर वे भावुक हो गए। इसके बाद उन्होंने माइक लेकर अपनी शैली के अनुसार कहा कि मेरे पागलो, मेरे पानीपत के पागलो। आप यहां मेरे घंटों से इंतजार कर रहे हो। इसी बात पर पानीपत जिले के किसानों ने बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
पानीपत के किसान उनके बयान से गुस्से में है। जिसके बाद किसान ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को माफी मांगने का अल्टीमेटम दिया है। अगर वो माफी नहीं मांगते किसान उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाएंगे। पानीपत के किसानों ने सोमवार किसान भवन में एक मीटिंग आयोजित कर यह बड़ा फैसला लिया है। इतना ही नहीं किसानों ने बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री को ढोंगी बाबा भी करार दिया। किसानों ने कहा कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री का बीजेपी सरकार इस्तेमाल कर रही है।
देखिये यह है विवाद की वजह –
दुनिया के सभी धर्मगुरुओं को भी ललकार
पंडित शास्त्री ने कहा था कि अगर कोई सनातनी पर सवाल उठाएगा, तो उसको उसी की भाषा में जो भी जबाब देगा, आज से उसके सभी दु:ख तकलीफ बाला जी महाराज के हुए। जितने यहां पर हनी अल्लाहुला वाले, फूंक लगाते हैं। अब उनकी ठठरी और गठरी बांधी जाएगी। भारत में रहना है तो सीता राम कहना ही होगा। जितने भी यहां सनातनी बैठे हैं, ध्यान से सुनो। तुम्हें किसी भी मज़हब, किसी भी धर्म गुरु के पास जाने की आवश्यकता नहीं है। कलयुग में हनुमान से साक्षात दूसरा कोई देवता नहीं है। हम हर जगह ललकार कर कहते हैं कि दुनिया में जितने भी धर्म गुरू है, किसी में इतनी हिम्मत नहीं है कि बागेश्वर बाला जी का सामना कर सके।
चढ़ावे से मंदिर निर्माण नहीं बेटियों का विवाह करा रहे
पानीपत वालों अपना ध्यान रखना। हंसा करो और हंसाया करो। बागेश्वर धाम तुम्हारे बाप का घर है, आया-जाया करो। 1 मार्च से 8 मार्च तक बागेश्वर धाम पर 108 बेटियों का सामूहिक विवाह है। हर बेटी को एक-एक बाइक दी जा रही है। बागेश्वर धाम ऐसा धाम है, जहां के चढ़ावे से मंदिर का निर्माण नहीं बल्कि बेटियों का विवाह करवाया जाता है। हम एक बार पानीपत में जल्द ही कथा सुनाने आएंगे। मेरे हिंदुओं तुम जात-पात में मत बंटना। अब समय भागने का नहीं है, जागने का है। जब दीया ही नहीं रहेगा, तो बाती का क्या करोगे। अगर, धर्म ही नहीं बचेगा तो जाति का क्या करोगे।
सरकार पर भी लगाए आरोप
वहीं किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना द्वारा किसानों के साथ फ्रॉड करने के आरोप लगाए हैं भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा है कि इस विषय में गोहाना में 29 जनवरी से धरना चल रहा है और मंगलवार को इस धरने पर हरियाणा प्रदेश के किसानों के बड़े-बड़े नेता पहुंचेंगे। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने मंगलवार को हरियाणा के किसानों को भारी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि जहां किसानों की फसल खराब हुई वहां सात आठ महीने का इंतजार करने के बाद बीमा कंपनियों द्वारा किसानों का बीमा ही कैंसिल कर दिया और उनका प्रीमियम वापस कर दिया। जहां फसले खराब नहीं हुई वहां पर इन बीमा कंपनियों ने किसानों का प्रीमियम भी लूट लिया और राज्य और केंद्र सरकार की सब्सिडी भी लूट ली। जब उन्होंने इस बारें मे एग्रीकल्चर डायरेक्टर के सलाहकार से बात की तो उन्होंने भी बीमा कंपनियां का बचाव किया। क्योंकि वह बीमा कंपनियों की सेवा कर रहा है उनसे पैसे ऐंठ रहा है।