हरियाणा। हरियाणा के स्वास्थ मंत्री अनिल विज की नाराजगी दूर करने में सीएम मनोहर लाल आखिर कामयाब हो ही गए। विज की नाराजगी के चलते पिछले दो माह से विवाद चल रहा था। विज विभाग की फाइलें नहीं देख रहे थे और डॉ. सोनिया त्रिखा खुल्लर को महानिदेशक के पद से हटाने पर अड़े थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात के बाद विज संतुष्ट हुए थे और सोमवार से विभाग को संभालने की बात कही थी। अब स्वास्थ्य विभाग के मुखिया की जिम्मेदारी महानिदेशक द्वितीय डॉ. आरएस पूनिया के पास होगी। हालांकि, अधिसूचना जारी होना बाकी है।
पद एवं गोपनीयता की शपथ
अब इस मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक तो विज की नाराजगी दूर करने के लिए डॉ. सोनिया त्रिखा खुल्लर को महानिदेशक के पद से हटा दिया। वहीं, डॉ. सोनिया को एचपीएससी में बड़ा ओहदा दे दिया। साथ ही स्वास्थ्य महानिदेशक का पद अपने मुख्य प्रधान सचिव डॉ. राजेश खुल्लर को देकर उन्हें खुश किया है। अब हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की डॉ सोनिया त्रिखा खुल्लर कल यानी मंगलवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगी। उनकी इस शपथ समारोह को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया है। दोपहर 12 बजे के करीब राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय उन्हें शपथ दिलाएंगे। संभावना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहें। देर रात उनकी नियुक्ति को लेकर गवर्नर ने मंजूरी देने के बाद ऑर्डर जारी किए गए हैं।
संवैधानिक संस्था है एचपीएससी
डॉ सोनिया त्रिखा को सीएम मनोहर लाल को संवैधानिक पद पर नियुक्ति दी गई है। चूंकि हरियाणा लोक सेवा आयोग एक सरकारी एजेंसी और हरियाणा सरकार की सर्वोच्च संवैधानिक संस्था है , जो विभिन्न सिविल सेवाओं और विभागीय पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करने के लिए जिम्मेदार है। एचपीएससी भारत के अधिनियम-1966 और 1935 प्रावधानों द्वारा अधिकृत के रूप में अपने कार्य करता है।
मनोहर लाल की बड़ी राजनीतिक जीत
डॉ सोनिया त्रिखा खुल्लर की नियुक्ति को लेकर हरियाणा सीएम मनोहर लाल के फैसले को बड़ी राजनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। सीएम ने नाराज चल रहे गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी मना लिया। साथ ही उन्होंने डॉ. सोनिया त्रिखा खुल्लर को हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) का मेंबर बनाकर अपने भरोसेमंद अधिकारी को भी साध लिया। अब डॉ सोनिया त्रिखा का एसपीएससी के मेंबर का कार्यकाल 2029 तक रहेगा। इससे पहले वह 2022 में स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक बनी थीं। हालांकि अभी उनकी सर्विस का जनवरी 2026 तक का समय बचा है। वह इस पद पर नियुक्ति लेने से पहले सोमवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन करेंगी। इसके बाद मंगलवार को वह शपथ लेंगी।
कई डाक्टरों का डीजी का रास्ता साफ
बता दें कि डॉ. सोनिया सितंबर 2022 में विभाग की महानिदेशक नियुक्त हुई थी। वरिष्ठता के आधार पर वह 2026 तक विभाग की मुखिया रहनी थी। डॉ. सोनिया के एचपीएससी में जाने से अब दूसरे नंबर के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. आरएस पूनिया विभाग के महानिदेशक बनेंगे। वह 2024 में सेवानिवृत्त होंगे। इसके बाद डॉ. जेएस पूनिया का नंबर आएगा। अगर डॉ. सोनिया 2026 तक डीजी रहती तो ये दोनों डाक्टर डीजी नहीं बन सकते थे, लेकिन अब इनका डीजी बनने का रास्ता साफ हो गया है।
अब एनएचएम निदेशक की बारी
स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. सोनिया त्रिखा खुल्लर के बाद अब नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के निदेशक राजनारायण कौशिक का तबादला होना तय है। क्योंकि विज कौशिक के खिलाफ दो माह से पहले ही मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं। मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में विज ने एनएचएम निदेशक को ‘नॉट स्किल्ड टू मैनेज ऑफिस अधिकारी बताया गया था। विज ने निदेशक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्हें अयोग्य अधिकारी करार दिया है और एसीएस और मुख्यमंत्री से उनको विभाग से बदलने की सिफारिश की है।