Amritsar News, अमेरिका से निकाले गए करीब 200 भारतीयों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान बुधवार दोपहर पंजाब के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। खबरों के मुताबिक, अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 पंजाब और पड़ोसी राज्यों से 200 अवैध अप्रवासियों को लेकर आया है।
निर्वासित लोगों में 30 पंजाब के हैं। इनमें रमनदीप सिंह राजपुरा, सुखदीप सिंह जालंधर, जसविंदर सिंह काहनपुरा, विक्रमजीत डोगरावाला, अर्शदीप सिंह मनखाना, दलेर सिंह अमृतसर, मनप्रीत सिंह सिंबलमाजरा, गुरप्रीत सिंह कपूरथला, हरविंदर सिंह होशियारपुर, राज सिंह चमारू, मनदीप सिंह चोहला साहिब, अमन बरियार, अजयदीप सिंह अमृतसर कैंट, मनदीप जरुत, अमृत सिंह आहरू खुर्द, सुखपाल सिंह होशियारपुर, हरप्रीत सिंह बरियार, दविंदरजीत जालंधर, नवजोत जालंधर कैंट, नवजोत शर्मा पटियाला, सुखजीत कौर अमृतसर, जसपाल सिंह हरदोवाल, एनएफएन मुस्कान जगराओं, प्रभजोत सिंह भोलाथ, लवप्रीत कौर भोलाथ, आकाशदीप सिंह राजाताल, स्वीन लाडोआ आदि शामिल थे। इसके अलावा हरियाणा से 33, गुजरात से 33, चंडीगढ़ 02, महाराष्ट्र 02 और उत्तर प्रदेश 03.
पंजाब पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रवासियों का स्वागत करेगी और हवाई अड्डे पर एक काउंटर स्थापित करेगी। पंजाब के अनिवासी भारतीय (एनआरआई) मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने मंगलवार को अमेरिकी सरकार के फैसले पर निराशा व्यक्त की।
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उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाले इन लोगों को निर्वासित करने के बजाय उन्हें स्थायी आवास उपलब्ध कराया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि कई भारतीय ‘वर्क परमिट’ पर अमेरिका में प्रवेश करते हैं और जब इसकी अवधि समाप्त हो जाती है तो वे अवैध अप्रवासी बन जाते हैं। मंत्री ने कहा कि वह अमेरिका में रह रहे पंजाबियों की चिंताओं और हितों पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने की योजना बना रहे हैं।
इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत अवैध प्रवास का समर्थन नहीं करता है। जयशंकर ने जनवरी में ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के लिए अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान कहा था कि भारत अवैध आव्रजन का कड़ा विरोध करता है और चाहता है कि भारतीय प्रतिभा और कौशल को वैश्विक स्तर पर अधिकतम अवसर मिलें।