Ambala-Kotputli Expressway: एक शहर से दूसरे शहर में आसानी से पहुंच सके इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में कई एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया है। इन्ही सब में से एक एक्सप्रेस वे है अंबाला-कोटपुतली एक्सप्रेस वे।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से ट्वीट कर ये जानकारी दी गई है कि यह ग्रीनफील्ड कॉरिडोर से राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में तेज कनेक्टिविटी प्रदान करने और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में मदद कर रहा है। 6-लेन एक्सेस कंट्रोल अंबाला-कोटपुतली आर्थिक गलियारा के पूरा होने के बाद से दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग 50 किलोमीटर कम हो गई है।
अंबाला-कोटपुतली एक्सप्रेस वे का निर्माण होने से राजस्थान की राजधानी जयपुर से केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ 3 घंटे में पहुंच सकते हैं। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश जाने में भी लोगों को कम समय लगेगा। अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर से जयपुर से चंडीगढ़ के बीच की दूरी करीब 477 किलोमीटर रह गई है।
इस एक्सप्रेस वे का निर्माण 9,500 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह कॉरिडोर से चंडीगढ़ और हरियाणा के दक्षिणी जिलों के साथ ही राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के बीच कनेक्टिविटी आसान हो गई है। आपको बता दें कि यह कॉरिडोर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) की सुविधा से लैस है।
अब हरियाणा के 8 जिलों- कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी, दादरी और महेंद्रगढ़ के 112 गांवों से होकर गुजरता है। राजस्थान से आने वाली गाड़ियां अब कोटपुतली के पनियाला मोड़ से नारनौल के मंडी बाईपास होते हुए अंबाला तक पहुंच सकती हैं।
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