Sunday, May 19, 2024
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रोहतक के गाँधी कैंप से लापता तीनों बच्चे हरिद्वार से हुए बरामद, परिजन ला रहे वापिस

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रोहतक। रोहतक के गाँधी कैंप से अचानक लापता हुए दो भाइयों सहित तीनों बच्चे हरिद्वार में मिल गए हैं। शुक्रवार सुबह स्कूल के लिए निकले थे और उसके बाद स्कूल नहीं पहुंचे थे। इसके बाद उनकी खोजबीन शुरू हुई थी। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था कि आखिर बच्चे ऐसे कैसे लापता हो गए। सोशल मीडिया और पुलिस दोनों ने ही बच्चों की कल शाम से ही तलाश शुरू कर दी थी। कल रात तक बच्चों का कोई सुराग नहीं लगा था। लेकिन अलसुबह तीन बजे किसी अनजान नंबर के फोन ने खुशियां वापिस ला दी जब उसने बच्चों की सकुशलता की सूचना दी। हरिद्वार से आई सूचना के बाद तुरंत परिजन बच्चों को लाने के लिए निकल पड़े हैं।

जानकारी के अनुसार तीनों बच्चे नैतिक, जतिन और सुमित कल सुबह अपने घर से स्कूल जाने के लिए निकले थे। नैतिक और जतिन सगे भाई हैं और सुमित इन दोनों से बड़ा है और उनका पड़ोसी है। तीनो बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में ही हरिद्वार में मिले हैं। यह भी बताया जा रहा है की सुमित अपने स्कूल बैग में किताबों की जगह कपड़े और चार हजार उठा कर ले गया था।

दोनों भाइयों की मां ने बताया कि तलाश के दौरान तीनों बच्चे हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर मिले हैं। वहां पर किसी व्यक्ति ने तीनों बच्चों को स्कूल ड्रेस में देखा तो उसे संदेह हुआ। उसने बच्चों से पूछा कि वे कहां से आये हैं लेकिन उन्होंने उत्तर नहीं दिया। जिस पर व्यक्ति ने कड़ाई से पूछताछ की और पुलिस का डर दिखाया तो सुमित ने अपने घरवालों का नंबर दिया। जिसके बाद व्यक्ति ने रात को ही उनसे नंबर लेकर सुमित के पिता से बातचीत की। जिसके बाद तीनों बच्चों का सुराग लगा कि वे हरिद्वार पहुंच गए। तीनों बच्चे ट्रेन में बैठकर हरिद्वार घूमने के लिए गए थे।

इससे पहले उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद निवासी एक व्यक्ति ने PGIMS थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह रोहतक गाँधी कैंप में रहता है। उसके पास दो लड़के हैं। जिनमें से 12 वर्षीय बड़ा लड़का जतिन सातवीं क्लास में पढ़ता है। वहीं, छोटा नैतिक 11 साल का है और छठी क्लास में पढ़ता है। 2 फरवरी की सुबह दोनों भाई घर से स्कूल का नाम लेकर गए थे, लेकिन स्कूल नहीं पहुंचे। जब बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे तो टीचर ने अन्य बच्चों को घर पर भेजा, उन्होंने बताया कि दोनों भाई स्कूल नहीं पहुंचे।

घर से कपड़े और 4 हजार रुपए लेकर गया किशोर

उन्होंने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाली महिला ने भी बताया कि उसका करीब 13 वर्षीय बेटा भी उसी स्कूल में पढ़ता है, जो सुबह से गायब है। इसके बाद महिला ने देखा तो पाया कि सुमित स्कूल की किताबें घर पर ही छोड़कर गया है। स्कूल बैग में अपने पहनने के कपड़े डालकर ले गया है। महिला ने कहा कि उसका बेटा सुबह घर से अपने कपड़े व 4 हजार रुपए लेकर गया है। तीनों एक साथ कहीं गए हैं। जिसका पता लगने के बाद उन्होंने मामले की शिकायत डायल 112 को दे दी। वहीं, अपने स्तर पर बच्चों को तलाशना आरंभ कर दिया था।

पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके तीनों बच्चों की तलाश आरंभ कर दी। इसी बीच सूचना मिली कि तीनों नाबालिग बच्चे हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर मिले हैं। आधी रात को ही परिजन बच्चों को लाने के लिए निकल चुके हैं। बच्चों के पहुंचने के बाद पूरी सच्चाई का पता चलेगा कि उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया।

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