बिहार के लोगों के लिए मोदी सरकार एक और खुशखबरी लेकर आई है। उड़ान स्कीम के तहत राज्य के 10 जिलों को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा। इस योजना का उद्देश्य ये है कि प्रदेश में छोटे विमानों की सेवाएं शुरू की जाए ताकि आम लोगों की यात्रा आसान और सुविधाजनक होगी। बिहार सरकार से हवाई अड्डों के विकास के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है।
इन जिलों को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा
इस बारे में जानकारी देते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से केंद्र सरकार उड़ान 5.2 योजना के तहत बिहार के 10 और जिलों को हवाई रास्ते से जोड़ने के लिए जल्द ही एमओयू को अंतिम रूप देगी। इस योजना के तहत मधुबनी, छपरा, वीरपुर, साहरसा, भागलपुर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, वाल्मिकी नगर, मोतिहारी के लिए छोटे विमान की सेवाएं उपलब्ध होंगी। उपमुख्यमंत्री ने छोटे शहरों को हवाई सेवा से जोड़ने की बड़ी पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।
20 सीटर विमान की होगी शुरुआत
आगे उन्होंने बताया कि बिहार के इन सभी शहरों में उड़ान स्कीम के तहत 20 सीटर विमान की शुरुआत होगी। छोटे विमानों की सेवा से स्थानीय यात्रियों को कम दूरी की यात्रा में ज्यादा सहूलियत मिलेगी। राज्य और केंद्र सरकार की सहमति से विमान कंपनियों से एमओयू कर सभी एयरपोर्ट का विकास किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने अब इन शहरों से हवाई यात्रा शुरू करने की संभावनाओं की तलाश शुरू कर दी है। केंद्र ने बिहार सरकार से इन हवाई अड्डों के विकास के लिए जमीन की उपलब्धता के संबंध में सहमति और पुष्टि प्रदान करने का अनुरोध किया है। इस पर राज्य सरकार जल्द ही फैसला करेगी।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि राज्य के हर 200 किलोमीटर पर एक हवाई अड्डा होना चाहिए। इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध भी किया है।