रोहतक। कांग्रेस की गुटबंदी पर एडवोकेट सुरेंद्र माडू ने निशाना साधते हुए कहा है कि जब से कुरुक्षेत्र के लोकसभा सांसद नायब सैनी को भाजपा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है, तब से इन हुड्डा पिता-पुत्र समेत कांग्रेसी नेताओं को सपनों में भी OBC समाज नजर आने लगा है। वे रोहतक में महात्मा ज्योतिबा फुले विचार मंच के अध्यक्ष हैं और उन्होंने आज पत्रकार वार्ता कर OBC को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। सुरेंद्र माडू ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा व उनके पुत्र तथा अन्य विपक्षी नेताओं को पिछड़े वर्ग की याद सताने लगी।
उन्होंने कहा कि जब से कुरुक्षेत्र के लोकसभा सांसद नायब सैनी को भाजपा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है, तब से इन कांग्रेसी नेताओं को सपनों में भी पिछड़ा वर्ग समाज नजर आने लगा। सुरेंद्र ने कहा कि जिन कांग्रेसी नेताओं ने अपने 10 वर्ष के शासन में पिछड़ा वर्ग की सूद तक नहीं ली और ना ही उनके कल्याण के लिए कोई विशेष योजना बनाई, आज उन नेताओं को पिछड़ा वर्ग ही नजर आ रहा है। कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ा वर्ग समाज को केवल सत्ता प्राप्ति का साधन समझा।
सम्मलेन के झगड़े को बनाया मुद्दा
उन्होंने पिछड़ा वर्ग के नेताओं द्वारा रोहतक के ओल्ड आईटीआई में किए गए सम्मेलन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग समाज द्वारा दिए मांगपत्र को दरकिनार कर पिछड़ा वर्ग समाज का अपमान करने पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि से समाज से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के समाप्ति पर सम्मेलन में आए हुए नेताओं का रोष स्वरूप आपसी झगड़ा इस बात पर हुआ कि हुड्डा पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में आयोजकों द्वारा रखे मांगपत्र पर नहीं बोले।
कांग्रेस की गुटबाजी पर साधा निशाना
एडवोकेट सुरेंद्र माडू ने पिछड़ा वर्ग के उन नेताओं को भी नसीहत दी जो अपने-अपने कांग्रेसी नेताओं को खुश करने के लिए पिछड़ा वर्ग समाज के ठेकेदार बने हुए हैं। कोई हुड्डा कांग्रेस, कोई सैलजा, कोई सुरजेवाला या कोई किरण चौधरी को पिछड़ा वर्ग का जनहितैषी बता रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि यह पिछड़ा वर्ग के वे नेता अपने निजी स्वार्थों के वशीभूत होकर समाज के नाम पर अपने कांग्रेसी आकाओं की परिक्रमा कर रहे है।