Saturday, May 24, 2025
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रोहतक में मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन हुआ सक्रिय, DC ने डिस्पोजलों और ड्रेनों का निरीक्षण किया

रोहतक: उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने जिला की सभी ड्रेनों के शेष बचे सफाई के कार्य को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त शनिवार को बाढ़ बचाव कार्यों को लेकर जिला की विभिन्न ड्रेन ऑन और डिस्पोजलों का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ड्रेनों की सफाई का कार्य हर हाल में 15 जून तक पूरा होना चाहिए।

उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने सिंचाई विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व नगर निगम के अधिकारियों के साथ जसिया लिंक ड्रेन, मकड़ौली लिंक ड्रेन, कन्हेली लिंक ड्रेन व रोहतक लिंक ड्रेन का निरीक्षण किया। इन ड्रेनों में अब तक की गई सफाई को देखा और मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जसिया लिंक ड्रेन के बारे में बताया कि इस ड्रेन के माध्यम से गांव जसिया, काहनी, मकड़ौली, ब्राह्मणवास, चमारिया, लाढ़ौत के बरसात के पानी की निकासी सुनिश्चित की जाती है। इन सभी ड्रेनों की सफाई का कार्य प्रगति पर है और अधिकारियों ने कहा की 15 जून तक शेष बचे कार्य को निश्चित रूप से पूरा कर दिया जाएगा।

छोटू राम पार्क व आसपास के बड़े क्षेत्र का पानी एकत्र होता

उपायुक्त  ने फिर पीरबोधी डिस्पोजल का भी निरीक्षण किया। इस डिस्पोजल के माध्यम से बरसात व सीवर दोनों के पानी की निकासी की जाती है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डिस्पोजल पूरी तरह से पानी निकासी के लिए सक्षम है। इस डिस्पोजल के माध्यम से सुखपुरा व नया बस स्टैंड आदि क्षेत्र के बरसात के पानी की निकासी की जाती है। उन्होंने अप्पू घर स्थित डिस्पोजल का भी निरीक्षण किया। अप्पू घर में नगर निगम द्वारा तालाब बनाया गया है। इसमें छोटू राम पार्क व आसपास के बड़े क्षेत्र का पानी एकत्र होगा और उसके उपरांत पंपिंग करके डिस्पोजल में डाला जाएगा। अप्पू घर डिस्पोजल से पानी शीला बाईपास पर एचएसवीपी की ड्रेन में डाला जाता है। यह पानी आईजी निवास के साथ वाली ड्रेन से होता हुआ कन्हेली ड्रेन में और उसके उपरांत ड्रेन नंबर 8 में जाकर गिरता है।

उपायुक्त ने इससे पहले आईजी निवास के साथ वाली डे्रन का भी निरीक्षण किया। यहां पर अधिकारियों ने बताया कि नगर के कौन-कौन से हिस्से से बरसात का पानी इस ड्रेन में आता है। उन्होंने गुरु नानकपुरा स्थित डिस्पोजल केंद्र का भी निरीक्षण किया। गुरु नानकपुरा का डिस्पोजल 25 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। इस डिस्पोजल के माध्यम से महावीर कॉलोनी, कृष्णा कॉलोनी, अशोक नगर, कृपाल नगर, सैनीपुरा, चुन्नीपुरा, गोहाना अड्डा, गुरु नानकपुरा व टीबी अस्पताल आदि क्षेत्र से बरसाती पानी की निकासी की जाएगी। डिस्पोजल में लगाए गए पंप सैटो व बिजली आपूर्ति के बारे में भी जानकारी प्राप्त की और दिशा-निर्देश जारी किए।

सभी डिस्पोजल बिजली के स्वतंत्र फीडर पर रहने चाहिए

उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी डिस्पोजल बिजली के स्वतंत्र फीडर पर रहने चाहिए ताकि बरसात की पानी की निकासी निर्बाध गति से होती रहे। इसके साथ ही उन्होंने डिस्पोजल केन्द्रों पर जनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली और दिशा-निर्देश जारी किए। इसके साथ ही उन्होंने डिस्पोजल कंेद्रों पर स्थापित मोटर व जनरेटर की क्षमताओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर निर्देश दिए।

वर्कशॉप का भी निरीक्षण किया

अधिकारियों ने मौके पर ही उपायुक्त को बताया कि बरसाती जल निकासी के लिए 16 डिस्पोजल व सीवरेज के लिए 18 डिस्पोजल काम कर रहे हैं। उन्होंने यहीं पर यमुना जल सेवाएं, मैकेनिकल डिविजन रोहतक की वर्कशॉप का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों से उपलब्ध पंप सेटों के बारे में जानकारी प्राप्त की। अधिकारियों को मौके पर ही आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। अधिकारियों ने बताया कि वर्कशॉप में 203 इलेक्ट्रिक पंप है और डीजल पंप सेट की संख्या 89 है।

निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अरूण मुंजाल, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता संजीव कुमार, नगर निगम के एसडीओ तरूण कथूरिया, यमुना जल सेवाएं मैकेनिकल के कार्यकारी अभियंता राजेश भारद्वाज, सिंचाई विभाग के एसडीओ मुकेश, प्रदीप व विनीत रोहिल्ला अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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