रोहतक। रोहतक में बुधवार को खिड़वाली-ब्राह्मणवास गांव के बीच हुए सड़क हादसे में घायल हुए प्रदीप ने भी पीजीआई में उपचार के दौरान गुरुवार रात को दम तोड़ दिया जिसके बाद हादसे में दो परिवारों के चिराग बुझा दिए। इधर, अमित की मौत के बाद दो परिवारों में कोहराम मचा है। दरअसल अमित का परिवार पूरे गांव में प्रेम व सौहार्द के लिए मिसाल था। सबसे बड़ी बात तो यह है कि अमित को अभी तक पता नहीं था कि उसे जन्म देने और पालन वाली मां अलग-अलग हैं। आंखों में आंसू लिए अमित के पिता रामकुमार ने बताया कि जब अमित पैदा हुआ, उसी समय गोद ले लिया था। मां बनकर उसकी मौसी ने पालन- पोषण किया था।
खिड़वाली गांव निवासी रामकुमार ने बताया कि वह दो भाई हैं। उनके छोटे भाई राजबीर और उनकी शादी दो सगी बहनों के साथ हुई थी, जो सोनीपत जिले के गांव गढ़ी सिसाना की रहने वाली हैं। राजबीर के दो बेटे और दो बेटी हैं और उनका कोई बच्चा नहीं था। इसलिए उनके भाई राजबीर ने एक बेटा अमित और बेटी सोनिया उन्हें गोद दिया था। बेटी सोनिया की शादी हो चुकी है। 22 साल का बेटा अमित अभी पढ़ाई कर रहा था। बुधवार दोपहर बाद अमित अपने दोस्त प्रदीप के साथ बाइक पर गांव से रोहतक आ रहा था। शिव भट्ठा खिड़वाली के पास पहुंचे तो भट्ठे की ओर से एक ट्रैक्टर चालक मिट्टी मिक्चर डंपर को जोड़कर एकदम रोड पर ले आया। बाइक सीधी डंपर मिक्चर में जा टकराई, जिससे अमित व प्रदीप को काफी गहरी चोटें आई।
परिजनों ने दोनों को पीजीआई में दाखिल करवाया गया, जहां अमित ने बुधवार रात को ही दम तोड़ दिया था, जबकि प्रदीप की वीरवार रात को मौत हो गई। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक खिड़वाली गांव निवासी सोमबीर के खिलाफ केस दर्ज किया है।