पंजाब, उपमंडल के गांव भल्ली से खेड़ा कल्मोट तक स्वां नदी पर बनने वाले अस्थायी पुल का निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है। यह पुल सुबह से आम जनता और हल्के वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा।
मालूम हो कि इस अस्थायी पुल का निर्माण हर साल ग्रामीणों द्वारा किया जाता है, लेकिन बरसात का मौसम शुरू होते ही इस पुल को यहां से हटा दिया जाता है, क्योंकि स्वां नदी में पानी अधिक होने के कारण पुल के टूटने का डर रहता है। बरसात के मौसम के दौरान है इससे बड़ा हादसा हो सकता है। आपको बता दें कि इस रास्ते से आसपास के गांवों के अलावा होशियारपुर तक के लोग आते हैं क्योंकि यह शॉर्टकट रास्ता भी है।
गौरतलब है कि यह पुल न केवल दर्जनों गांवों को जोड़ता है, बल्कि इस पुल के बनने से दर्जनों गांवों का नंगल जाने का समय आधा हो गया है और चार पहिया वाहन चालकों को भी इससे छूट मिल गई है। इस पुल के निर्माण के समय हिमाचल में प्रवेश कर में छूट दी गई है।
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ग्रामीणों के मुताबिक, एक बार यह पुल बन जाने के बाद 9 महीने तक ग्रामीणों को काफी फायदा मिलता है और ग्रामीणों ने माना कि अक्सर बच्चों को पढ़ाई से लेकर काम तक के लिए नंगल आना पड़ता है। यदि आप टाहलीवाल से होकर जाते हैं तो आपको 40 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है और इस पुल को पार करने के बाद नंगल का रास्ता केवल 6 से 7 किमी रह जाता है।