पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि हरियाणा में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। खुद बीजेपी सरकार के आंकड़े बताते हैं कि बेरोजगारी के चलते मजबूरी में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवा कौशल रोजगार निगम में सफाई कर्मी की कच्ची नौकरी भी करने को तैयार हैं। स्वीपर के लिए निकले पदों पर 39,990 ग्रेजुएट और 6112 पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं ने आवेदन किया। 1,17,144 बारहवीं पास युवा भी इस कच्ची नौकरी को करने की इच्छा रखते हैं। कुल मिलाकर 3.95 लाख युवा स्वीपर की नौकरी के लिए कतार में खड़े हुए हैं।
इससे पहले पानीपत कोर्ट में चपड़ासी के 6 पदों की भर्ती में भी यही हाल देखने को मिला था। लेकिन उसके लिए अप्लाई करने वाले 10 हजार युवा थे, जिनमें बीए, एमए, एमफिल,पीएचडी, बीटेक और एमटेक पास युवा शामिल थे। एचएसएससी द्वारा निकाली गई ग्रुप-डी की 18 हजार भर्तियों के लिए 18 लाख बेरोजगार युवाओं ने अप्लाई किया था और कलर्क के 6 हजार पदों के लिए 25 लाख युवाओं ने अप्लाई किया था।
हुड्डा ने कहा कि जो हरियाणा कांग्रेस सरकार के दौरान देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला राज्य था, उसे बीजेपी ने बेरोजगारी में नंबर वन बना दिया है। सीएमआईई (सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी) से लेकर एनएसओ के आंकड़े खुद इसकी तस्दीक करते हैं। केंद्र सरकार ने संसद में खुद माना कि हरियाणा में भाजपा सरकार बनने के बाद बेरोजगारी तीन गुना बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने बताया है कि हरियाणा में काँग्रेस सरकार के समय 2013-14 में बेरोजगारी दर सिर्फ 2.9% थी जो बीजेपी सरकार के दौरान 9.0% पहुंच गई है। प्रदेश के सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं। लेकिन उनपर सरकार ने भर्तियां तक नहीं की। ऊपर से निजी निवेश भी पूरी तरह प्रदेश में आना बंद हो गया है। जबकि 2014 से पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति निवेश के मामले में देश का नंबर वन राज्य था।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज हरियाणा के युवा रोजी-रोटी की तलाश में या तो प्रदेश छोड़ रहे हैं या देश ही छोड़कर बाहर जा रहे हैं। कांग्रेस सरकार के समय नौकरियों की तैयारियों के लिए हरेक गली-मोहल्ले में कोचिंग सेंटर खुलते थे, लेकिन आज गली-गली में इमिग्रेशन वालों के ऑफिस खुल रहे हैं।
हुड्डा ने कहा कि बेरोजगारी के चलते प्रदेश में नशा और अपराध भी बेकाबू हो गया है। कांग्रेस सरकार बनने पर बेकाबू हो चुकी बेरोजगारी, अपराध और नशे पर नकेल कसी जाएगी।