Saturday, October 5, 2024
Homeपंजाबपंजाब के इन स्टार प्रचारकों ने खुद को चुनाव से किया अलग

पंजाब के इन स्टार प्रचारकों ने खुद को चुनाव से किया अलग

लोकसभा चुनाव के लिए मतदान में 10 दिन बचे हैं. पटियाला, अमृतसर, खडूर साहिब, बठिंडा, लुधियाना पंजाब की हॉट सीटें बन गई हैं। प्रचार जोरों पर है लेकिन पंजाब की राजनीति के बड़े स्टार चेहरे इस पूरे प्रचार से गायब हो गए हैं ये चेहरे पार्टी छोड़कर अपनों के प्रचार में उतरते नजर नहीं आ रहे हैं।

पंजाब की 13 सीटों के लिए कुल 328 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन 328 उम्मीदवारों में से 302 पुरुष और 26 महिला उम्मीदवार हैं। इन 26 महिला उम्मीदवारों में से केवल 6 महिलाओं को प्रमुख राजनीतिक दलों ने मैदान में उतारा है।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी प्रणीत कौर ने इस बार अकेले ही नामांकन दाखिल किया है। कैप्टन अमरिंदर उनके नामांकन में शामिल नहीं हुए और उनके चुनाव प्रचार में भी उनका समर्थन करते नजर नहीं आये। सितंबर 2021 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाई और आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद उसका बीजेपी में विलय कर दिया।

तब से कैप्टन पंजाब की राजनीति से गायब हैं। फिलहाल उनकी बीमारी की जानकारी सामने आई है। प्रणीत कौर ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि कैप्टन की तबीयत काफी खराब है और उनका दिल्ली में इलाज चल रहा है। उनके बेटे रनिंदर सिंह भी उनके साथ हैं।

पंजाब में सरकार बनने से पहले तक राघव चड्ढा राज्य की राजनीति में सबसे चर्चित नाम रहे हैं। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रचार से गायब रहे। पंजाब में जीत के बाद उन्हें राज्य से राज्यसभा सदस्य भी बनाया गया. चुनाव की घोषणा के समय उनकी अनुपस्थिति भी चर्चा में रही। जिसके बाद यह साफ हो गया कि वह अपनी आंख का ऑपरेशन कराने के लिए विदेश गए थे। वे अभी कुछ दिन पहले ही वापस आये हैं।

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की दूसरे सेमेस्टर की रेगुलर व री-अपीयर की परीक्षाएं 31 मई से

पिछले 20 सालों में पंजाब की राजनीति में बड़ा नाम बनकर उभरे पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी इन चुनावों में नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर नवजोत ने फिर से क्रिकेट की दुनिया का रुख कर लिया है। आईपीएल में एक बार फिर नवजोत सिंह सिद्धू की आवाज गूंजी लेकिन पंजाब की सियासत के चलते वह खामोश हो गए हैं। उनके सोशल मीडिया पोस्ट से साफ है कि उनकी पत्नी और पूर्व विधायक नवजोत कौर कैंसर जैसी भयानक बीमारी से लड़ रही हैं।

पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह भी चुनाव से दूर हैं। वह अकाली दल के बाद कांग्रेस में शामिल हुए और अब बीजेपी में शामिल होने के बाद खामोश हो गए हैं। मनप्रीत बादल की हाल ही में दिल की सर्जरी हुई है। बीजेपी समर्थकों का कहना है कि वे इससे उभर रहे हैं।

सुखदेव सिंह ढींडसा पंजाब में बादल और कैप्टन की तरह एक बड़ा नाम हैं। ईशनिंदा की घटनाओं के बाद अकाली दल को अलविदा कहने वाले सुखदेव सिंह ढींढसा ने अपनी पार्टी बना ली है। दो महीने पहले टूटे हुए अकाली दल को एकजुट करने के नाम पर प्रधान सुखबीर बादल ने ढींडसा को मनाया और उन्हें पार्टी का संरक्षक बनाकर दोबारा पार्टी में शामिल कराया। लेकिन आखिरी वक्त में संगरूर से सुखदेव सिंह के बेटे परमिंदर सिंह ढींडसा को टिकट नहीं दिया गया। इसके बाद से ढींडसा परिवार खामोश है।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular