Haryana Weather : हरियाणा के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिलेगा। एक पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 4 मई रात्रि को मौसम में बदलाव संभावित जिससे राज्य में 4 मई देर रात्रि से 5 मई तक हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना बन रही है। इसके बाद भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो मई के महीने में हरियाणा के अधिकतर जिलों में लू चलने की आशंका है
वहीं हरियाणा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने आमजन के साथ-साथ पशुधन को भी हीट-वेव से बचाने के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि गर्मी व लू से बचने के लिए नागरिकों के साथ ही पशुधन को भी गर्मी से बचाव करना है। पशुओं को भी दोपहर के समय बाहर व खेत में ले जाने से बचें।
पशुधन को हीट वेव से बचाव के लिए सावधानी बरतना जरूरी
उन्होंने बताया कि पशु पालन विभाग को पशुओं का भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। आमजन के साथ-साथ पशुओं के पीने के पानी के लिए ट्यूबवेल आदि का भी प्रबंध किया जाए। मवेशियों की सुरक्षा के लिए हीटवेव एक्शन प्लान तैयार करें। गर्मी की स्थितियों के दौरान पशुओं में आने वाली बीमारियों के लक्षण व उससे बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करें। पशुओं को सुरक्षित रखने हेतु टीकाकरण का कार्य नियमित रूप से संचालित किया जाए और साथ ही केन्द्रों पर आवश्यक दवाओं का भंडार सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में किसानों एवं पशुपालकों के पशुओं पर भी प्रभाव पड़ता है और उन्हें गर्मी से बचाने की आवश्यकता होती है। इसी परिप्रेक्ष्य में पशु चिकित्सा विभाग द्वारा किसानों एवं पशु पालकों को सलाह दी गई है कि गर्मियों के दिनों में अपने पशुओं को गर्मी से बचाने के लिए उचित उपाय और प्रबंधन करें।
पशुओं को छायादार वृक्षों के नीचे रखें पशुपालक
उन्होंने बताया कि किसानों एवं पशुपालकों को सलाह दी गई है कि अपने पशुओं के लिए आवास गृह, पशु शेड की व्यवस्था करें। दोपहर में पशुओं को छायादार वृक्षों के नीचे आराम कराएं, 45 डिग्री से अधिक तापमान होने पर पशुओं के आवास गृह की खिडक़ी, दरवाजों पर गीले पर्दे से बचाव करें। दुधारू पशुओं के लिए कूलर की व्यवस्था भी की जा सकती है। पशुओं के लिए दिन में 4-5 बार स्वच्छ एवं ठन्डे जल की व्यवस्था करे। पानी की समुचित व्यवस्था होने पर पशुओं को स्नान भी करवाया जा सकता है। पशुओं के आहार में पौष्टिकता वाला भोजन सम्मिलित करें एवं दिन में दो बार गुड़ एवं नमक के पानी का घोल अवश्य पिलाएं। पशुओं को गर्मी के मौसम में मिनरल मिक्चर तथा मल्टी विटामिन अवश्य दें। पशुओं के अस्वस्थ होने पर तुरन्त पशु चिकित्सक से उपचार कराएं।