Haryana : राजकीय माॅडल संस्कृति विद्यालयों में अब बालवाटिका कक्षा में बच्चों का दाखिला करवाने पर फीस नहीं देनी होगी। इतना ही नहीं अगर विद्यालय में निर्धारित संख्या में विद्यार्थियों के दाखिले हो भी गए हैं, इसके बावजूद आपको दाखिले के लिये मना नहीं किया जा सकता।
इस संबंध में विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी, उप जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों के नाम पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं। जिसमें कहा कि शिक्षा अधिकारी अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले मॉडल संस्कृति विद्यालयों के मुखियाओं को इस बारे में सख्त निर्देश दे कि बालवाटिका में दाखिले के लिए किसी भी बच्चे को मना नहीं किया जाएगा।
विद्यालय शिक्षा निदेशालय द्वारा निर्देश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि कोई भी स्कूल संचालक किसी बच्चे का दाखिला लेने से इंकार नहीं कर सकता। राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालयों में स्कूल मुखियाओं की तरफ से अपने स्तर पर ही बालवाटिका कक्षाओं में विद्यार्थियों की संख्या निर्धारित की गई है। ऐसे में निर्धारित संख्या पूरी होने के बाद अन्य विद्यार्थियों का दाखिला लेने से इनकार किया जा रहा है। जिसे देखते हुए विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी बच्चे का दाखिला लेने से इंकार न किया जाए। यदि कोई स्कूल संचालक किसी बच्चे का दाखिला करने से इंकार करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।