रोहतक। बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में बी फार्मेसी के स्टूडेंट हितेश की मौत का पर्दाफाश हो गया है। हितेश की मौत नशे की ओवरडोज से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बारे में पता चला है। हितेश को नशे की ये ओवरडोज उसके ही साथ पढ़ने वाले महेंद्रगढ़ के मोनू और गौरव ने दी थी। दोनों ने खुद भी नशा किया था। पुलिस को दोनों के बारे में यूनिवर्सिटी कैंपस की सीसीटीवी फुटेज जांचने के बाद पता चला था। रविवार रात को मोनू व गौरव आखिरी बार हितेश के साथ नजर आए थे। फुटेज में दोनों सिगरेट पीते हुए हितेश के कमरे से बाहर आते दिखे थे। दोनों ने पूछताछ में हितेश की मौत से पहले नशा लेने की बात स्वीकारी। पुलिस ने हितेश के चाचा वीरेंद्र की शिकायत पर मोनू व गौरव समेत मनीष पर केस दर्ज किया है।
मृतक के चाचा ने दी शिकायत
हितेश के चाचा ने पुलिस को शिकायत देकर यह आरोप लगाए हैं। महेंद्रगढ़ जिले के गांव पाल निवासी वीरेंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि वह फोटाग्राफी का काम करता है। उसका बड़ा भाई सतीश सीआरपीएफ में है। सतीश का छोटा बेटा हितेश बाबा मस्तनाथ विवि में बी फार्मेसी का तृतीय वर्ष का छात्र था। बीते दिन हॉस्टल में उसका शव मिला था। वीरेंद्र ने विवि के ही दो छात्रों समेत तीन लोगों पर हितेश को जबरन नशा देने का आरोप लगाया है। कहा है कि नशे की ओवरडोज देकर उसके भतीजे को मारा गया है।
तीन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
इस मामले में पुलिस ने दो साथी छात्रों समेत तीन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस ने वीरेंद्र की शिकायत पर रिवासा जिला महेंद्रगढ़ निवासी मोनू, हुडीना महेंद्रगढ़ निवासी गौरव और करतारपुरा निवासी मनीष के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 34 व 506 के तहत मामला दर्ज किया है। उधर, मंगलवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। बताया जा रहा है कि एक्सपर्ट ने भी नशे के इंजेक्शन से मौत की बात कही है। लेकिन, अभी लिखित में पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है।
मोनू व गौरव ने इंजेक्शन लगाने का बनाया वीडियो
वीरेंद्र ने कहा है कि हितेश 23 फरवरी को घर से विवि के लिए निकला था। तब से वह लगातार परिजनों के संपर्क में था। उसने फोन पर बताया था कि वह मोनू के साथ कॉलेज पहुंचा था। गौरव पहले से कॉलेज में मौजूद था। पता चला कि मोनू करतारपुरा निवासी मनीष से नशे का इंजेक्शन लाता था। वह खुद तो इंजेक्शन लगाता ही था साथ में हितेश को भी जबरन देता था। गौरव ने भी यह बात बताई थी। यही नहीं गौरव ने बकायदा इसकी वीडियो भी बनाई है। इसमें मोनू व गौरव आरोपी मनीष से नशीले इंजेक्शन लेकर हितेश को लगाते दिखाई दे रहे हैं।
मृतक ने पिता को दी थी जबरन इंजेक्शन देने की जानकारी
हितेश ने अपने पापा को कहा था कि मना करने के बाद भी उसके साथी उसे इंजेक्शन दे रहे हैं। इससे वह इंजेक्शन का आदी होता जा रहा है। 25 फरवरी को मोनू ने मनीष के कहने पर हितेश को जबरदस्ती नशीले इंजेक्शन की ओवरडोज दी। इससे हितेश की इस कारण हितेश की मौत हो गई। थाना आईएमटी जांच अधिकारी निकेश अहलावत ने कहा कि बी-फार्मेसी के छात्र हितेश के चाचा का आरोप है कि उसके बेटे को नशे के इंजेक्शन दिए गए हैं। ओवरडोज से उसकी मौत हुई है। इसके लिए छात्र गौरव, मोनू और नशा सप्लाई करने वाला मनीश जिम्मेदार हैं। पुलिस ने तीनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंदिरा कालोनी से मंगाई कई बार ड्रग्स
हितेश महेंद्रगढ़ जिले के पाल गांव का रहने वाला था। उसके पिता सतीश के अनुसार हितेश उनका इकलौता पुत्र था। प्रबंधन ने कुछ समय पहले हितेश के नशा करने को लेकर शिकायत भेजी थी। उन्होंने उसे समझाया भी था। पुलिस की जांच में सामने आया कि हितेश के दोस्त मोनू व गौरव इंदिरा कालोनी से कई बार ड्रग्स ला चुके थे। इसके बाद उनका संपर्क करतारपुरा के मनीष से हो गया। मनीष उनका ड्रग पैडलर बन गया। रविवार रात भी मनीष द्वारा ड्रग्स देने की बात सामने आ रही है।