इस बार पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान लुधियाना के पीएयू स्पोर्ट्स ग्राउंड में परेड की सलामी लेंगे। गणतंत्र दिवस से संबंधित राज्य स्तरीय कार्यक्रम इस बार पीएयू स्टेडियम में मनाया जा रहा है। इस आयोजन में खास तौर पर पंजाब की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र रहेगी। इस झांकी को तीन चरणों में बांटा गया है।
पहला चरण पंजाब के उन शहीदों को समर्पित किया गया है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया। चाहे शहीद भगत सिंह हों, चाहे शहीद सुखदेव थापर हों, चाहे बाबा खड़क सिंह हों या मदन लाल ढींगरा (पंजाब झांकी), इस झांकी का पहला चरण उन्हें समर्पित किया गया है।
झांकी का दूसरा चरण स्त्री शक्ति को समर्पित है जिसमें माई भागो की प्रतिमा स्थापित की गई है। इसके अलावा एक झांकी पंजाब के हॉकी खिलाड़ियों, पंजाब की छात्राओं आदि को समर्पित की गई है।
इसके बाद झांकी का अगला पड़ाव पंजाब की संस्कृति से जुड़ा है। पंजाब में किस तरह की संस्कृति है? यह झांकी इस बात को समर्पित की गई है कि पंजाब में महिलाएं कसीदा, फुलकारी कैसे बनाती हैं। इसकी पुष्टि इसके प्रबंधन ने भी की है। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के मौके पर जब मुख्यमंत्री मान परेड की सलामी लेंगे तो यह झांकी विशेष रूप से निकाली जायेगी।
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बता दें कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार पंजाब की झांकी शामिल होने पर खूब सियासत भी गरमाई थी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा था कि पंजाब की झांकी को दिल्ली की परेड में शामिल करने पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि हमने 9 झाकियां बनाई हैं, जिन्हें पंजाब के अलग-अलग कोनों में घुमाया जाएगा. इसके तहत लुधियाना के पीएयू स्टेडियम में होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रमों के तहत दर्शकों के लिए स्टेडियम में यह झांकी निकाली जाएगी।