नई दिल्ली। मल्लिकार्जुन खरगे ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के पीछे के कारण का खुलासा किया है। दरअसल राम मंदिर को लेकर देश में राजनीति छाई हुई है। कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे हैं।इस बीच कांग्रेस द्वारा राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का पहली बार बयान सामने आया है।खरगे ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि आस्था रखने वाले लोग आज, कल और परसों भी जा सकते हैं, लेकिन भाजपा पलट-पलट कर बस एक ही सवाल कर रही है। उन्होंने कहा कि ये भाजपा का षड्यंत्र है और वो एक ही सवाल को बार-बार उठा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को मंदिर से कुछ नहीं है उसे बस राजनीति करनी है।
इससे पहले कांग्रेस ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर भी सवाल उठाए। पार्टी नेता पवन खेड़ा ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा एक धार्मिक आयोजन होना चाहिए, लेकिन इसे राजनीतिक बनाया जा रहा है।कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अधूरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो नहीं सकती है। खेड़ा ने कहा कि चारों शंकराचार्यों ने साफ तौर पर कहा है कि अधूरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हो सकती।