चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस सड़क हादसों को लेकर नई पहल लेकर आयी है। दरअसल हरियाणा में लगातार सड़क हादसों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं जिनपर रोक लगाने के लिए हरियाणा पुलिस ने एक खास योजना तैयार की है। योजना के अनुसार सड़क हादसों में घायलों को 48 घंटों तक सरकारी और निजी अस्पतालों में निशुल्क इलाज मिलेगा। इस दौरान परिजनों की राय ली जाएगी और इसके बाद परिजनों की रजामंदी से दूसरे अस्पतालों में भी रेफर कराया जाएगा। पुलिस का मानना है कि हादसे के बाद गोल्डन ऑवर्स में घायल का अस्पताल पहुंचना जरूरी है, कई बार समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के चलते घायलों को जान जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा में हर साल सड़क हादसों में पांच हजार लोगों की जान जा रही है जबकि इससे तीन गुना लोग घायल हो रहे हैं। डीजीपी शत्रुजीत कपूर का कहना है कि पुलिस का प्रयास है कि ‘गोल्डन ऑवर्स’ (जिस अवधि के दौरान उपचार मिलना जरूरी है) में अस्पताल पहुंचाया जाए। इस संबंध में अस्पतालों की भी उनकी परफॉर्मेंस के हिसाब से रेटिंग की जाएगी। इस सारी प्रक्रिया को मोबाइल एप ‘संजया’ से कनेक्ट किया जाएगा। मोबाइल एप पर जिले की बड़ी सड़कों, राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग और अन्य सड़कों के मैप को जोड़ा जाएगा। प्रदेश भर के अस्पतालों तथा एंबुलेंस का डाटा भी इस मोबाइल एप में उपलब्ध होगा।
आईआईटी मद्रास की मदद ले रही पुलिस
हरियाणा में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राज्य पुलिस आईआईटी मद्रास का सहयोग ले रही है। आईआईटी के सहयोग से विशेष अभियान चलाया जाएगा। पूरे प्रदेश में ‘ब्लैक स्पॉट’ चिह्नित किए जाएंगे और इसके कारणों को तलाशा जाएगा। यानी दुर्घटना संभावित एरिया की पहचान की जाएगी ताकि वहां विशेष निगरानी रखी जा सके। इसके लिए संबंधित विभागों- पीडब्ल्यूडी, मार्केटिंग बोर्ड, शहरी स्थानीय निकाय आदि के अधिकारियों के साथ भी तालमेल किया जाएगा।