लुधियाना में पुलिस मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी सुखदेव सिंह उर्फ विक्की के मारे जाने के एक दिन बाद, पुलिस उपायुक्त जसकिरनजीत सिंह तेजा की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल ने मृतक के परिजनों की जांच शुरू कर दी है।
यह जानकारी पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुख्यालय में सुखचैन सिंह गिल ने दी। गौरतलब है कि इस विशेष जांच टीम में एडिशनल डीसीपी जोन 4 तुषार गुप्ता, एडिशनल डीसीपी (डी) रूपिंदर कौर सरन और एसएचओ डिवीजन नंबर 7 सुखदेव सिंह सदस्य के रूप में शामिल हैं।
आईजीपी मुख्यालय में पुलिस आयुक्त लुधियाना कुलदीप सिंह चहल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मृतक अपराधी ने 2004 में एक छोटी सी चोरी की घटना के लिए 19 साल की सजा काटी थी। पहली बार अपराध की दुनिया में प्रवेश किया और इसके बाद उसने जघन्य अपराध करना शुरू कर दिया।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान में, मृतक सुखदेव विक्की कम से कम 24 आपराधिक मामलों में वांछित था, जिसमें ज्यादातर पूर्व नियोजित हत्या, डकैती, चोरी, जबरन वसूली, रंगदारी, एनडीपीएस मामले आदि शामिल थे।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक अपराधी सुखदेव सिंह उर्फ विक्की निवासी लुधियाना माछीवाड़ा बुधवार शाम को लुधियाना के पंजेटा गांव में कोहरा माछीवाड़ा रोड पर पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया।
उसके तीन साथियों, यूपी स्थित आर्यन सिंह उर्फ राजा (21), जो वर्तमान में मोती नगर, लुधियाना में रहता है, सुनील कुमार (21), खुशी नगर, यूपी और बलविंदर सिंह (27), निवासी माछीवाड़ा को गिरफ्तार किया गया। लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।