यदि आप बहुत ज्यादा मटन का सेवन करते हैं तो इस खबर को एक बार अवश्य पढ़ लें। केवल मटन ही नहीं अगर आप रेड मीट की कैटिगरी में आने वाले किसी भी प्रकार के मीट का सेवन तय बार से अधिक करते हैं, तो यह आपके लिए बहुत घातक हो सकता है। आप इसका सेवन करने से ऐसे रोग से पीड़ित हो सकते हैं जो आपको पूरी जिदंगी परेशान करेगा।
रेड मीट जैसे कि गाय का मांस (बीफ), सुअर का मांस (पोर्क), बछड़े का मांस, हिरन का मांस और बकरी का मांस (मटन) सप्ताह में दो बार खाने वाले व्यक्तियों को डायबिटीज का खतरा सबसे अधिक रहता है। कई शोध में ये पाया गया है कि जो लोग रेड मीट ज्यादा खाते हैं उनमें सबसे अधिक डायबिटीज होने का खतरा बना रहता है।
टाइप 2 डायबिटीज के मामलों का विश्लेषण करने पर यह और भी ज्यादा देखने को मिला है। इसके बाद अध्ययन के परिणामों में यह दावा किया जा रहा है कि जो लोग प्रति सप्ताह महज दो बार भी लाल मांस खाते हैं, उन्हें टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ सकता है।
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द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित रिसर्च हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के रिसर्चर्स ने किया। इस रिसर्च में 2 लाख 16 हजार 695 लोगों ने भाग लिया था। 36 सालों में हर दो से चार सालों में एनालिसस किया। इसमें सामने आया कि जिन लोगों ने अधिक मात्रा में रेड मीट का सेवन किया उन्हें टाइप 2 डायबिटीज हो गया। इनमें 22 हजार लोग शामिल थे।
विशेषज्ञों का कहना है कि रेड मीट खाने के बजाय आप इसकी जगह प्लांट बेस्ड प्रोटीन (यानी कि वेजेटेरियन) स्रोतों जैसे नट्स और फलियां या फिर मामूली मात्रा में डेयरी प्रॉडक्ट्स जैसे कि दूध-दही खायें। प्रोटीन के शाकाहार विकल्प लेने की कोशिश करें। इससे टाइप 2 डायबिटीज होने का कम से कम खतरा रहता है।