14 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है ठीक इसी दिन रात 11 बजकर 24 मिनट से शारदीय नवरात्रि की तिथि का प्रारंभ होने वाला है। ऐसे तो इस सूर्य ग्रहण का असर शारदीय नवरात्रि पर नहीं पड़ेगा लेकिन सूर्य ग्रहण समाप्त होने के कुछ देर बाद ही कलश स्थापना की जायेगी। ऐसे में कुछ बातों का खास ख्याल रखना बेहद जरुरी है।
सूर्य ग्रहण के बाद ऐसे करें कलश स्थापना
कहा जाता है कि सूर्यग्रहण के दौरान आसपास का वातावरण दूषित हो जाता है। ऐसे में कोई भी पूजा पाठ करने से पहले स्थान को शुद्ध करना बेहद जरुरी होता है। सूर्य ग्रहण के बाद आपको कलश स्थापना करनी है तो गंगा जल छिड़क कर पूजा का स्थान शुद्ध कर दें।
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इसके साथ ही नवरात्रि की पूजा आरंभ करने से पहले और घटस्थापना करने से पहले स्नान के बाद तुलसी के पौधे पर भी गंगाजल छिड़कें। साथ ही इस दिन आपको काले तिल का दान करना भी उत्तम साबित होगा। काले तिल के साथ-साथ काले चने की दाल का भी दान करें। इसके बाद पूरे विधि विधान के साथ घटस्थापना करें।
कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त
कलश स्थापाना मुहूर्त – सुबह 11.44 – दोपहर 12.30 (15 अक्टूबर 2023) इस दिन मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आयेंगी।