G20: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में G20 समिट शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इस आयोजन दुनिया के 20 बड़े-बड़े देशों की नामी हस्ती ने शिरकत की। इसके अतिरिक्त भारत की ओर से 9 मित्र देशों को भी आमंत्रित किया गया है। शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक सहित दुनिया के कई देशों के नेताओं का पीएम मोदी ने स्वागत किया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष क्रिस्टालिना जॉर्जिवा और विश्व व्यापार संगठन (WTO) के महानिदेशक नगोजी ओकोन्जो-इवेला प्रगति मैदान में जी-20 शिखर सम्मेलन स्थल पर पहुंचने वाले पहले लोगों में से थे
विदेशी जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने 77 मिनट के इस स्वागत समारोह में जी 20 में शिरकत करने आए नेताओं से न सिर्फ हाथ जोड़कर अभिवादन किया बल्कि अपनी बॉडी लैंग्वेज से समूची दुनिया में एक बड़ा संदेश भी दिया। बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट भी मानते हैं कि पीएम मोदी के 77 मिनट से दुनिया भर की तकरीबन 80 प्रतिशत आबादी में भारत की एक अलग छवि बन गई।
शनिवार की सुबह भारत मंडपम में 9 बजकर 20 से लेकर 10 बजकर 37 मिनट तक दुनिया भर से आए विदेशी मेहमानों से मुलाकात कर पीएम मोदी ने खुद को और भारत को एक अलग मुकाम पर पहुंचा दिया। हर एक मेहमान से ना केवल पीएम मोदी ने हाथ मिलाकर मुलाकात की वो दोस्तों की तरह सबसे गले भी मिले। सबका हालचाल जाना उनके सुख दुख के बारें में पूछा।
भारत की G20 अध्यक्षता G-20 के इतिहास में सबसे महत्वाकांक्षी रही है। 73 परिणाम (प्रयास की पंक्तियाँ) और 39 संलग्न दस्तावेज़ (राष्ट्रपति दस्तावेज़, कार्य समूह के परिणाम दस्तावेज़ शामिल नहीं) 112 परिणामों और प्रेसीडेंसी दस्तावेज़ों के साथ, हमने पिछले प्रेसीडेंसी की तुलना में मूल कार्य को दोगुने से भी अधिक कर दिया है।
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति, अल्बर्टो फर्नांडीज ने कहा, “मुझे लगता है कि भारतीय राष्ट्रपति ने अफ्रीकी संघ को G20 में शामिल करके एक बड़ा कदम उठाया है। मैंने प्रस्ताव दिया है कि उस निर्णय के आधार पर, G20 को लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई राज्यों के समुदाय को शामिल करना चाहिए जो अफ़्रीकी संघ जैसी ही स्थिति से गुज़रता है।”
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