रोहतक। रोहतक में लगातार लूट की वारदातें सामने आ रही हैं। खासकर रोहतक के आउटर्स पर बदमाश लोगों को निशाना बना कभी वाहन छीन रहे हैं तो कभी नकदी। देर रात चार प्रवासियों से दो बाइक सवार चार नकाबपोश बदमाशों ने मारपीट कर नकदी लूट ली। शोर शराबा होने पर हड़बड़ाहट में बदमाश एक बाइक मौके पर छोड़ भाग गए। पुलिस को आशंका है कि यह बाइक भी चोरी की है जिसे बदमाशों ने मौके पर छोड़ दिया है।
नेपाल के जिला कपील वस्तु के गांव कपोवा निवासी प्रेम चौधरी ने बताया कि वह वर्तमान में सेक्टर-3 में किराये के मकान में करता है। वह खाना बनाने का काम भी करता है। रात अपने दोस्त यूपी के हमीरपुर निवासी परवेश, यूपी के बलचौरा महोबा निवासी नरेश और यूपी के रामपुर निवासी नदीम अपने-अपने कमरे पर जा रहे थे। सभी सन सिटी सेक्टर-34 स्थित पानी पंप के पास तालाब के पास पहुंचे थे। तभी दो बाइकों पर चार युवक आए। जो अपने चेहरे पर कपड़ा बांधे हुए थे। इन बदमाशों ने रास्ता रोक लिया। इसके बाद मारपीट कर प्रेम चौधरी से 1800 रुपए, प्रवेश के 2 हजार रुपए और नरेश से 500 रुपए व नदीम से 1 हजार रुपए छीन लिए। अर्बन एस्टेट थाना प्रभारी प्रहलाद सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज किया है।
दुर्गा कॉलोनी में लगातार चोरियां, एसपी से मिले लोग
आपको बता दें लगातार आउटर्स पर लूट की वारदातें हो रही हैं तो शहर के अंदर चोरियों ने लोगों की नाक में दम किया हुआ है। शहर में बढ़ रही चोरी और लूट की वारदात को लेकर लोग दहशत में हैं। इसको लेकर दुर्गा कॉलोनी ट्रेडर्ज एसोसिएशन के पदाधिकारी एसपी से मिले। साथ ही ज्ञापन भी सौंपा। इसमें दुर्गा कॉलोनी में 12 से अधिक हुई चोरी की वारदातों का खुलासा करने की मांग की। सरदार राजेंद्र सिंह, त्रिलोक चावला, गुलशन मान, धर्मवीर जैन आदि लोगों का आरोप है कि कॉलोनियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन ने कोई पहल नहीं की है। उन्होंने कॉलोनियों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ ही घटनाओं के खुलासों की मांग की।
अगस्त माह में अब तक करीब 30 से अधिक लूट और चोरी की वारदातें सामने आ चुकी है। पुलिस जाँच के नाम पर केवल खानपूर्ति कर रही है क्योंकि आउटर्स पर लूट की वारदातें ज्यों की त्यों हो रही है। रात के समय आने जाने वाले लोग दहशत में निकलते हैं कि कहीं झाड़ियों के पीछे से कोई बदमाश न निकल आये और उन पर पिस्तौल तान दें। वहीँ घरों में लोग ताला लगा कर बाहर जाने से भी घबरा रहे हैं कि कहीं वापिस घर आये और ताले टूटे न मिले।