Haryana Weather Today: हरियाणा में हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। रविवार के दिन तेज बारिश के बाद, सोमवार की शाम भी अचानक प्रदेश के अधिकतर इलाकों में जमकर बारिश हुई है। इस दौरान झमाझाम बारिश के साथ ही ओलावृष्टि भी हुई, इससे खेतों में खेतों में खड़ी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदेश के सभी जिलों में 20 फीसदी से अधिक फसल को नुकसान हुआ है,जबकि अकेले झज्जर जिले में 60 प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है। गुरुग्राम, रेवाड़ी, झज्जर और महेन्द्रगढ़ में भी ओलावृष्टि का प्रभाव देखने को मिला है। फसल को हुए नुकसान को देख रेवाड़ी में एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। किसान अब बारिश और ओलावृष्टि की वजह से खराब हुई फसलों को लेकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
#WeatherUpdate 20March23: Current Spell of Rain/Thunderstorm/Lightning continuing over North, Central & South #Punjab, This region likely to shift towards Eastern Punjab, #Haryana & #Chandigarh by Evening. Rainfall to decrease from tomorrow. Another #WD to affect from 23March. pic.twitter.com/3xIBaTudPZ
— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) March 20, 2023
सोमवार को क्षेत्र के कई हिस्सों में भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने के बावजूद, मौसम विभाग ने 21 मार्च से उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधि में कमी और उसके बाद 23 मार्च से फिर से बारिश का मौसम होने का अनुमान लगाया है। हालांकि ताजा रिपोर्ट को देखें तो हरियाणा, दिल्ली औऱ आसपास के इलाकों में बारिश की स्थिति बनी हुई है।
उत्तरी अरब सागर पर एक पश्चिमी विक्षोभ के साथ-साथ उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती परिसंचरण और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण को मौजूदा मौसम की स्थिति का कारण बताया गया है। वेदर रिपोर्ट के अनुसार, ये घटनाएं पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान और उत्तर प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों को प्रभावित करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलती हैं।
हरियाणा-पंजाब में तापमाप
पिछले 24 घंटों में हरियाणा में अधिकतम तापमान रोहतक में 25.5 डिग्री सेल्सियस से अंबाला में 29 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान महेंद्रगढ़ और कैथल में 13.8 डिग्री सेल्सियस से लेकर कुरुक्षेत्र में 18 डिग्री सेल्सियस तक रहा। वहीं, पंजाब में अधिकतम तापमान बरनाला में 26.3 डिग्री सेल्सियस से लेकर पठानकोट में 28.4 डिग्री सेल्सियस तक रहा, जबकि न्यूनतम तापमान लुधियाना और पटियाला में 15.8 डिग्री सेल्सियस से लेकर पठानकोट में 19.9 डिग्री सेल्सियस रहा। IMD के अनुसार, अगले 4-5 दिनों में इन दोनों राज्यों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद नहीं है।
किसानों के लिए जरूरी सलाह
चेतावनी देते हुए कि तेज हवाओं और ओलों से वृक्षारोपण, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है। आईएमडी ने किसानों को पंजाब और हरियाणा में फसलों की कटाई को स्थगित करने और पहले से काटी गई उपज को सुरक्षित स्थान पर रखने या पहले से काटी गई उपज के ढेर को ढकने की सलाह दोहराई है। गीले होने से बचाने के लिए खेतों में तिरपाल की चादर बिछा दें। मौसम विभाग ने किसानों को हिमाचल प्रदेश में सेब, नाशपाती, बेर और आड़ू के बागानों और पंजाब और हरियाणा में फलों के बागों की सुरक्षा के लिए ओला जाल का उपयोग करने की भी सलाह दी है।