पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान आज ब्यूरो द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के एक मामले में भगोड़े निजी ठेकेदार विकास खन्ना को अमृतसर से गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि आरोपियों ने कई बार अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, (एआईटी) अमृतसर में तय कीमत से काफी कम दर पर प्लॉट आवंटित किए थे और फर्जी तरीके से सरकारी टेंडर भी हासिल किए थे।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए राज्य सतर्कता ब्यूरो के आधिकारिक प्रवक्ता ने यहां बताया कि मामले की जांच के बाद उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जांच के दौरान विजिलेंस ब्यूरो को पता चला है कि आरोपी ठेकेदार ए.आई.टी. तत्कालीन चेयरमैन की मिलीभगत से उनके नाम पर 200 वर्ग गज का प्लॉट बाजार दर से काफी कम कीमत पर आवंटित कर दिया गया, जिससे सरकारी खजाने को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
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यह भी संज्ञान में आया है कि आरोपी ने फर्जी तरीके से अपनी फर्म को उक्त ट्रस्ट में पंजीकृत कराया और निर्धारित नियम व शर्तों का उल्लंघन करते हुए सरकारी टेंडर प्राप्त किये। इसके अलावा आरोपी ने फर्जी तरीके से वेरका मिल्क बूथ भी अपने नाम पर स्वीकृत करा लिया था।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस जांच के आधार पर, अमृतसर रेंज के सतर्कता ब्यूरो पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। दिनांक 06.07.2022 को धारा 409, 201, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) और 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी भगोड़ा था और ट्रायल कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। विजिलेंस ब्यूरो की टीमों ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई छापे मारे, जिससे उसे आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा। आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर सेंट्रल जेल अमृतसर से गिरफ्तार किया गया है। मामले के सभी पहलुओं पर आगे की पूछताछ के लिए कोर्ट से एक दिन का रिमांड भी लिया गया है।