अमेरिका में टिकटॉक पर बैन लगना लगभग तय हो गया है। एक अमेरिकी फेडरल कोर्ट ने टिकटॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस को 19 जनवरी तक अपनी हिस्सेदारी बेचने का आदेश दिया है, नहीं तो ऐप को अमेरिका में बैन कर दिया जाएगा। कोर्ट ने टिकटॉक के “फ्री स्पीच” पर दायर अपील को खारिज कर दिया और कहा कि कोई भी कानून अमेरिकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बाधित नहीं करता है।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने टिकटॉक पर बैन लगाने का कानून पेश किया। सरकार ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और यूजर प्राइवेसी के लिए खतरा बताया था। इस बिल को सीनेट ने 79-18 वोटों से पारित किया, और बाइडेन ने इसे कानून में बदल दिया। टिकटॉक ने इसे ‘फ्री स्पीच’ का उल्लंघन मानते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट में जाने की उम्मीदें भी धुंधली होती दिख रही हैं।
अमेरिका में टिकटॉक पर बैन का असर भारी हो सकता है, क्योंकि कई छोटे व्यवसाय और कंटेंट क्रिएटर्स इस प्लेटफार्म पर निर्भर हैं। 2023 में इन व्यापारियों ने ₹1.27 लाख करोड़ कमाए थे। इसके अलावा, बैन से Oracle Corp. को भी नुकसान होगा, जो टिकटॉक को होस्टिंग सेवाएं प्रदान करता है।
इससे पहले भारत, पाकिस्तान, नेपाल, और ब्रिटेन जैसे देशों ने भी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा रखा है। भारत में इसे 2020 में सुरक्षा कारणों से बैन किया गया था, और इसने बाइटडांस को रोजाना $5 लाख का नुकसान पहुँचाया है।