Haryana News : हरियाणा के पंचकूला से केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने शनिवार को सघन टी.बी. उन्मूलन अभियान की शुरुआत की।
पंचकूला में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जेपी नड्डा ने कहा कि 100 दिन के इस टीबी सघन अभियान के तहत देशभर में टीबी से अत्याधिक प्रभावित 347 जिलों पर गहनता से फोकस किया जाएगा और टीबी की जांच की जाएगी, ताकि टीबी को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि आइए हम एकसाथ मिलकर टीबी को खत्म करने में अपना योगदान दें।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव, परिवहन मंत्री अनिल विज, भाजपा अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित अन्य अतिथियों ने हरियाणा के लिए 10 निक्षय वाहनों को भी झंडी दिखाकर रवाना किया और 100 दिवसीय सघन टी.बी. उन्मूलन अभियान के पोस्टर का विमोचन तथा नागरिकों को जागरूक करने हेतु प्रचार-प्रसार सामग्री का लोकार्पण किया। इसके अलावा, निक्षयों मित्रों को भी सम्मानित किया गया और निक्षय पोषण किट भी वितरित की। कार्यक्रम के दौरान, टीबी की बीमारी से ठीक होने वाले टीबी चैंपियन को भी सम्मानित किया गया। इससे पहले, उन्होंने टीबी उन्मूलन अभियान से जुड़ी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उपस्थितजनों को निक्षय शपथ भी दिलवाई।
नड्डा ने कहा कि 1.17 करोड़ से अधिक टीबी रोगियों को डीबीटी के माध्यम से 3,338 करोड़ रुपये की निक्षय सहायता प्रदान की गई है। वहीं, सरकार ने हाल ही में निक्षय पोषण राशि को 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया है और टीबी रोगियों के पोषण सहायता के लिए ऊर्जा बूस्टर जोड़े हैं।
हरियाणा की धरती से “TB मुक्त भारत” अभियान की शुरुआत सौभाग्य की बात है: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री @JPNadda pic.twitter.com/igYjMFgEQE
— CMO Haryana (@cmohry) December 7, 2024
केंद्रीय मंत्री नड्डा ने इस मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि ये 100 दिन का कार्यक्रम है जिसके तहत 347 जिलों खासतौर पर उन इलाकों में जहां टीबी का प्रकोप ज्यादा है वहां फोकस किया जाएगा। टीबी मुक्त भारत अभियान के 100 दिन मील का पत्थर साबित होंगे।
वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि टी.बी. को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार सुरक्षा चक्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। कोई भी टी.बी. मरीज इलाज से छूटे नहीं, इसके लिए सरकार ने नई रणनीति पर काम किया है। इस दिशा में फोर-टी के फार्मूले अर्थात टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं। हरियाणा सरकार हेल्दी इंडिया बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए फिट इंडिया मूवमेंट को सफल बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि देश को टी.बी. मुक्त बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आज इस विशेष अभियान की शुरुआत हरियाणा से की गई है। इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि हरियाणा सरकार इस अभियान को सफल बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएगी।
इस साल लगभग 1,800 टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायतें बनाने का रखा लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि टी.बी. के खिलाफ की गई हमारी पहलों के सकारात्मक परिणाम आए हैं। अब अधिक लोग टी.बी. की जांच और इलाज करवाने के लिए आगे आ रहे हैं। वर्ष 2023 में हरियाणा में 579 टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायतें थी। इस साल हमने लगभग 1,800 टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायतें बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश के 79 हजार 652 मरीजों का डेटा निक्षय पोर्टल अपलोड किया गया है। निक्षय पोषण योजना में अब तक 3 लाख 49 हजार मरीजों को 117 करोड़ 46 लाख रुपए दिए जा चुके हैं।
100 दिवसीय TB उन्मूलन अभियान की शुरुआत हरियाणा से करने के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री @JPNadda जी का मैं हरियाणा के मेरे परिवारजनों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं।
मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अभियान को सफल बनाने में… pic.twitter.com/yLsUTCtOqR
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) December 7, 2024
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि हरियाणा में टीबी की जांच के लिए लगातार सैंपल की जांच की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा आज शुरू किए गए इस अभियान के तहत अगले 100 दिनों में तीव्र गति से ज्यादा से ज्यादा टीबी मरीजों की जांच करके उन्हें इलाज मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने टीबी मरीजों के पोषण के लिए निर्धारित राशि को 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये किया गया है, ताकि ऐसे मरीज पौष्टिक आहार ले सकें। उन्होंने कहा कि आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा निक्षय वाहनों को भी रवाना किया गया है। बहुत सारे लोग हैं जो अस्पतालों तक नहीं पहुंच पाते और टीबी का पता नहीं लग पाता, ये वाहन उन लोगों तक पहुंचेंगे और सैंपलों की जांच की जाएगी और उन्हें इलाज प्रदान किया जाएगा।