हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक जोशी गुरुग्राम में विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए शहर में मौजूद रहे। उन्होंने जीएमडीए, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
मुख्य सचिव ने कहा कि गुरुग्राम किसी अन्य शहर से अलग है। यहां सिटिजन काफी सजग है। इस दौरान उन्होंने लगभग तीन घंटे बैक-टू-बैक अलग-अलग विभागों के द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। बैठक में मुख्य रूप से गुरुग्राम में बरसात के दौरान होने वाले जलभराव, पेयजल व्यव्स्था, स्वच्छता पर मंथन किया गया।
मुख्य सचिव विवेक जोशी ने जीएमडीए के अधिकारियों संग गुरुग्राम में जलभराव, पेयजल व्यवस्था, सड़क व्यवस्था, शहर की परिवहन व्यवस्था, विभिन्न प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए जमीन की उपलब्धता जैसे मुद्दों पर मुख्य रूप से चर्चा की।
इस दौरान जीएमडीएम के सीईओ ए. श्रीनिवास ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुग्राम में मुख्य सड़कों का मरम्मत कार्य जीएमडीए अगले छह माह में पूरा कर लेगा। इसके अलावा अगले वर्ष जीएमडीए की बस सेवा में नई बसें शामिल की जाएंगी। ऐसे में यह ध्यान रखा जाएगा कि आम नागरिकों को बेहतर परिवहन सेवा मिले और कनेक्टिविटी की सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि शहर में सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या से निपटने के लिए पायलट प्रोजेक्ट पर स्टडी भी की जा रही है। नरसिंहपुर, खांडसा, राजीव चौक, इफको चौक, एंबियंस माल आदि स्थानों पर होने वाले जलभराव को रोकने की कार्य-योजना के बारे में विस्तार से बताया।
नगर निगम आयुक्त अशोक गर्ग ने बताया कि बंधवाड़ी में 14 लाख टन कचरे से ऊर्जा उत्पादन के लिए तीन टेंडर लगाए जाने हैं। मुख्य सचिव विवेक जोशी ने कहा कि टेंडर की नियम-शर्तें सोच समझ कर तय की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि टैक्स रिकवरी के लिए मकान के किरायेदार व मालिक दोनों को मैसेज भेजा जाए।
गुरुग्राम के उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि आरडब्ल्यूए, आम नागरिकों की समस्याओं पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। अधिकारियों के माध्यम से जनशिकायतों का सजगता से समाधान करवाया जा रहा ता है।