Rohtak News : उपायुक्त एवं जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष अजय कुमार के मार्गदर्शन में रेडक्रॉस भवन के सभागार में नशा मुक्ति एवं रक्तदान पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान नशा-नाश की जड़ पुस्तक का विमोचन भी किया गया। वहीं दूसरी ओर प्रज्ञा साहित्यिक मंच के सहयोग से काव्य गोष्ठी भी आयोजित की गई। जिला स्तरीय इस सेमिनार में वरिष्ठ और सीनियर सिटीजन, साहित्यकार और कलाकार शामिल हुए और नशा मुक्ति पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. रमाकांता द्वारा सरजीत नाटक नशा नाश की जड़ का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा साहित्य अकादमी पंचकूला से पुरस्कृत डॉ मधुकांत भी उपस्थित रहे, जिन्होंने रक्तदान पर भी दो दशक से अधिक समय तक विभिन्न माध्यमों से युवाओं को रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया है। डॉ रमाकांता ने भी पुस्तक के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से समय-समय पर समाज को सही रास्ता दिखाने का काम किया है और वर्तमान समय में युवाओं को नशे से दूर ले जाना हम सभी का दायित्व बनता है। इसलिए साहित्यकारों और कलाकारों को इस तरफ और अधिक काम करना होगा।
इस अवसर पर बलबीर सिंह ढाका और कवयित्री व्रजलता ने अपनी प्रभावशाली रचना पढ़ी। कार्यक्रम में मंच संचालन के रूप में श्यामलाल कौशल ने अपनी भूमिका निभाई। कार्यक्रम में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पूर्व डायरेक्टर एवं अभिनेता जनार्दन शर्मा ने भी अपने अनुभव साझा किए और कहा कि कलाकार, कला और साहित्य तीनों एक साथ युवाओं का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
रेडक्रॉस सचिव श्याम सुंदर ने कहा कि रक्तदाताओं और नशा मुक्ति पर काम करने वाली संस्थाओं के लिए रेडक्रॉस भवन एक अच्छा मंच है, जहां से युवाओं को जागरूक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य रेडक्रॉस समिति के महासचिव डॉ मुकेश अग्रवाल एवं उपायुक्त अजय कुमार के मार्गदर्शन में विशेष जागरूकता कार्यक्रम शुरू किए गए हैं, जिसमें नशा मुक्ति अभियान भी शामिल है। कार्यक्रम में प्रोजेक्ट मैनेजर प्रीति, तान्या, विशाल, संजय सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।