पंजाब में पराली जलाने से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। इसके मद्देनजर फिरोजपुर में पराली जलाने को लेकर पुलिस ने करीब 100 मामले दर्ज किए हैं। पंजाब सरकार और प्रशासन किसानों से अपील कर रही है कि वे धान की फसल काटने के बाद बची पराली को आग न लगाएं।
कुछ किसान प्रशासन व सरकार के आदेशों की अनदेखी कर पराली जला रहे हैं। वहीं जिले में फिरोजपुर जीरा रोड, फिरोजपुर मक्खू रोड और बॉर्डर रोड, फिरोजपुर-मोगा रोड पर कई जगहों पर कई किसान पराली जला रहे हैं।
धुआं नहीं, जहां पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, वहीं किसान ने पराली में आग लगा दी है। फिरोजपुर पुलिस ने सख्ती बरतते हुए करीब 100 अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
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वहीं, एसपीडी रणधीर कुमार ने बताया कि अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं और प्रशासन किसानों से बातचीत कर रहा है और उनसे पराली न जलाने की अपील कर रहा है, लेकिन अभी भी कई किसान पराली जला रहे हैं और एसपीडी रणधीर कुमार ने बताया कि करीब 100 मामले सामने आए हैं फ़िरोज़पुर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज।
वहीं, फिरोजपुर के किसानों का कहना है कि सरकार और प्रशासन ही इस मसले का हल निकाल सकते हैं। छोटे किसानों के पास मशीनरी तक पहुंच नहीं है और न ही उनकी पहुंच है, जिससे किसानों को आग लगाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। साफ है कि पंजाब में पराली जलाने के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं।