गरिमा टाइम्स न्यूज.रोहतक : प्राइवेट बस परिचालकों की मनमानी खिलाड़ियों व छात्राओं पर भारी पड़ती जा रही है। जबकि इनके पास बस पास होने के बाद भी बस परिचालक इनकी सुनवाई नहीं करते है। कभी खिड़की में रास्ता रोकते है तो कभी बैठाने से मना करते है। ऐसे में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन उसके बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ। वहीं मंगलवार को भी कुछ लड़कियों ने परिचालकों के खिलाफ शिकायत की है।
महिला खिलाड़ी ने रोडवेज अधिकारियों को शिकायत करते हुए कहा कि वह सुबह शीला बाईपास से खरखौदा अपने रग्बी गेम की प्रैक्टिस के लिए जाती है। लेकिन जैसे ही बस शीला बाईपास पर पहुंचती है तो बस परिचालक बैठने से ही मना कर देता है। बस पास दिखाने के बाद भी परिचालक बस में बैठाने से मना कर देता है। यहीं नहीं बहुत बार तो बस परिचालक खिड़की के पास आकर रास्ता रोककर खड़ा हो जाता है। बस में चढ़ने तक नहीं देता है। कभी बोलता है कि पीछे से बस आ रही है, उसमें बैठकर आ जाना। दो बार तो प्राइवेट बस परिचालक ने रास्ते में आने वाले सिसाना गांव में ही उतार दिया। उनका कहना है कि उनके इस तरह के अभद्र व्यवहार से काफी ठेस पहुंची है।
शिकायत हमारे पास आई
इस तरह की शिकायत हमारे पास आई है, इन शिकायतों को जल्द ही आरटीओं के पास भेज दिया जाएगा। सरकारी रोडवेज बसों में इस तरह की कोई शिकायत नहीं है। -कुलदीप कुमार, संस्थान प्रबंधक, रोडवेज डिपो