Sunday, October 20, 2024
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सीएम मान ने किसानों के साथ की बैठक, कहा सरकार का मिलिंग के लिए प्लान बी तैयार

धान की खरीद को लेकर सीएम मान ने पंजाब भवन में किसान नेताओं के साथ अहम बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया कि वे हर दिन मंडियों में फसल खरीद की रिपोर्ट ले रहे हैं। बैठक से मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बड़े ऐलान किये हैं।

उन्होंने कहा कि किसानों के हित प्रभावित नहीं होंगे। भगवंत मान ने धान खरीद में आ रही दिक्कतों पर सख्ती दिखाते हुए कहा कि मिलिंग के लिए सरकार के पास प्लान बी तैयार है। हम किसानों को परेशान करने वालों के सामने नहीं झुकेंगे।’ किसानों के साथ बैठकर मुख्यमंत्री ने वादा किया कि जरूरत पड़ने पर अन्य राज्यों में भी मिलिंग करायी जायेगी। किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। वहीं, मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि किसानों के साथ बैठक बहुत अच्छे माहौल में हुई. यदि कोई कठोर निर्णय लेना पड़ा तो लिया जाएगा। फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा।

पंजाब भवन में संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान, किसानी और मिल मालिक राज्य में अनाज उत्पादन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं और यह कड़ी टूटनी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस श्रृंखला के प्रत्येक हितधारक के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसी भी हितधारक को ब्लैकमेल करने की इजाजत नहीं दी जाएगी और यदि आवश्यक हुआ तो राज्य सरकार राज्य के बाहर से चावल मिलवाने में भी संकोच नहीं करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम अनाज उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए चावल मिलिंग कराने के लिए राज्य सरकार के पास प्लान बी तैयार है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के व्यापक हितों को देखते हुए यह निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य की विरोधी ताकतें किसानों को परेशान करने के लिए धान खरीद का श्रेय लेने के लिए मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार धान की सुचारू और निर्बाध खरीद के लिए प्रतिबद्ध है और हमारा कर्तव्य है कि सरकार के इस निर्णय का समुचित कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करें। भगवंत मान ने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर गेहूं की सुचारु खरीद और डिलीवरी पर नजर रख रहे हैं और इसके लिए हर हथकंडा अपनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों की फसलें मण्डियों में पहुंचते ही खरीदने की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मंडियों में धान में मिलावट नहीं होने दी जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 185 लाख मीट्रिक टन धान बाजार में आने की संभावना है, जिसके लिए राज्य भर में 2651 मंडियां स्थापित की गयी हैं. भगवंत सिंह मान ने कहा कि मंडियों में लगभग 18.31 लाख मीट्रिक टन धान आया है, जिसमें से 16.37 लाख मीट्रिक टन खरीदा जा चुका है और किसानों को तीन हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष धान की बुआई में देरी हुई, जिसके कारण वर्तमान में जगह की समस्या उत्पन्न हो रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने यह मुद्दा केंद्रीय मंत्री के समक्ष उठाया था, जिसके बाद मार्च 2025 तक राज्य से 120 लाख मीट्रिक टन धान शिफ्ट करने का आश्वासन दिया गया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गेहूं के एक-एक दाने की खरीद और वितरण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी किसान मंडियों में दिवाली नहीं मनाएगा।

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