Sunday, October 20, 2024
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पंजाब, शैक्षिक सत्र-2025 में चार प्राथमिक विषयों की पाठ्यपुस्तकें बदल जाएंगी

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से कुछ कक्षाओं की किताबों में बदलाव करने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक, नए शैक्षणिक सत्र से प्रारंभिक छात्रों के हाथों में अंग्रेजी, पंजाबी और गणित विषयों से संबंधित पाठ्यपुस्तकें आकर्षक और चित्रों से भरी होंगी।

इस वर्ष गणित विषय की पुस्तक 3 भाषाओं (अंग्रेजी, पंजाबी और हिंदी) में तैयार की जा रही है। इस कार्य के लिए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के विषय विशेषज्ञों के अलावा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की टीमें संयुक्त रूप से काम कर रही हैं। जानकारी मिली है कि पाठ्यपुस्तकों में बदलाव का काम पूरा हो चुका है और शिक्षा विभाग के समन्वय से ये किताबें मार्च-2025 तक छात्रों को उपलब्ध करा दी जाएंगी।

इस वर्ष, पर्यावरण विज्ञान (ईवीएस) पाठ्यपुस्तकों के 9 शीर्षक हिंदी, पंजाबी और अंग्रेजी भाषाओं में भी प्रकाशित किए जाएंगे। अंग्रेजी, पंजाबी और गणित के अलावा ईवीएस विषय की पाठ्यपुस्तक शिक्षा बोर्ड के विषय विशेषज्ञों द्वारा तैयार की जा रही है।

इन पुस्तकों के शीर्षक पृष्ठ विद्यार्थियों द्वारा स्वयं तैयार किये गये हैं। बोर्ड से मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड चारों कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए कुल 9 लाख किताबों के लिए विभिन्न प्रकाशकों से टेंडर मांगेगा।

रोहतक जिला में अब तक 2094.86 मीट्रिक टन धान व 1836.05 मीट्रिक टन बाजरा की हुई खरीद

गौरतलब है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने चालू शैक्षणिक वर्ष (2024-25) के दौरान पाठ्यपुस्तकों के 23 नए शीर्षक प्रकाशित किए थे। इस वर्ष कुल 245 शीर्षक मुद्रित किए गए, जो पिछले वर्ष पहली बार था कि 11वीं और 12वीं कक्षा और गैर-विज्ञान विषयों की पासबुकें पंजाबी माध्यम में तैयार की गईं। इनके अलावा व्यावसायिक अध्ययन, कंप्यूटर, आधुनिक कार्यालय अभ्यास, कंप्यूटर के अलावा अन्य विषयों की पाठ्यपुस्तकें नई तैयार की गईं।

इसी तरह उन्होंने 8वीं कक्षा से संबंधित विज्ञान विषयों की किताबें भी तैयार की थीं। पहले ये पाठ्यपुस्तकें एनसीईआरटी की किताबों का अनुवाद करके पढ़ाई जाती थीं, जिसके लिए बोर्ड को रॉयल्टी के तौर पर करोड़ों रुपये चुकाने पड़ते थे। माना जा रहा है कि निकट भविष्य में शिक्षा बोर्ड द्वारा स्वयं ऐसी कुछ पाठ्य पुस्तकें तैयार करने से करोड़ों रुपये की रॉयल्टी की देनदारी भी खत्म हो जाएगी।

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