Saturday, October 19, 2024
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चुनाव आयोग ने श्री मुक्तसर साहिब के 24 गांवों के पंचायत चुनाव रद्द

पंजाब चुनाव आयोग ने श्री मुक्तसर साहिब के गिद्दड़बाहा कस्बे के 24 गांवों के पंचायत चुनाव रद्द कर दिए हैं। पंजाब चुनाव आयोग की ओर से जारी आदेशों में उक्त मामले की जानकारी दी गई है। यह फैसला नामांकन वापसी को लेकर हुई धोखाधड़ी के आधार पर लिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक नामांकन वापसी के समय फॉर्म पर हस्ताक्षर और फॉर्म का मिलान नहीं हुआ, जिसके चलते 24 गांवों में पंचायत चुनाव पर रोक लगा दी गई है।

हाईकोर्ट ने 250 पंचायतों के चुनाव पर रोक लगा दी थी

पंजाब में पंचायत चुनाव को लेकर करीब 300 नई याचिकाएं दायर की गई हैं, जिसकी सुनवाई कोर्ट ने 14 अक्टूबर तक के लिए टाल दी है। इससे पहले बुधवार को करीब 250 पंचायतें ऐसी थीं जिनकी चुनाव प्रक्रिया पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। इस संबंध में कोर्ट का विस्तृत आदेश आ गया है. कोर्ट ने उक्त पंचायतों की चुनाव प्रक्रिया पर 16 अक्टूबर तक रोक लगा दी है।

नामांकन रद्द करने पर हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। कोर्ट का कहना है कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए। जनता के विश्वास के लिए पारदर्शी प्रक्रिया जरूरी है। मतदान न केवल संवैधानिक बल्कि कानूनी अधिकार भी है। कुछ प्रत्याशियों के नामांकन मामूली कारणों से खारिज कर दिये गये, जो सरासर गलत है। इसे अस्वीकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में चुनाव कराया जाना चाहिए।

चुनाव रद्द होने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिक्रिया

चुनाव रद्द होने पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और लुधियाना सीट से लोकसभा सदस्य अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा- गिद्दड़बाहा के लोगों को बधाई। दशहरे पर चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है, जिसे आम आदमी पार्टी सरकार ने आगे बढ़ा दिया है। यह हमारी जीत है और हम सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। पंजाब के किसी भी व्यक्ति पर पंजाब में हमला नहीं किया जाएगा।

 ग्रुप- ए, बी, सी व डी के विभिन्न सरकारी पदों पर नव चयनित उम्मीदवारों को मिली बड़ी छूट 

पंजाब में 15 अक्टूबर को पंचायत चुनाव होने हैं। इस बार पार्टी सिंबल पर भी चुनाव नहीं हो रहे हैं लेकिन इसके बावजूद विपक्षी दलों का आरोप है कि उनसे जुड़े लोगों और उम्मीदवारों का नामांकन जबरन खारिज किया गया है। किसी को एनओसी जारी नहीं की गई है।

कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल आम आदमी पार्टी पर सवाल उठा रहे हैं। मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंच गया है। हालांकि, आम आदमी पार्टी का कहना है कि अकाली दल और कांग्रेस जोर लगा रहे हैं। यहां तक ​​कि हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या भी कर दी गयी है। अब लोगों ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली है।

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