रोहतक। रोहतक पुलिस की साइबर क्राइम थाना की टीम ने एक्स-रे फिल्म बेचने के नाम पर साढ़े 3 लाख की धोखाधड़ी करने की वारदात को हल करते हुए वारदात में शामिल रहे मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी को आज पेश अदालत किया गया है। मामलें की गहनता से जांच की जा रही है।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि विशाल नगर रोहतक निवासी जगबीर ने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके आधार पर धारा 420 के तहत जांच शुरू की गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जगबीर आरएमके इंटरप्राइजेज के नाम से विशाल नगर रोहतक में इलेक्ट्रो मेडिकल इक्विपमेंट में सेल परचेज का काम करता है। जगबीर के साथ उनका बेटा राकेश भी काम करता है। जगबीर की फर्म जीईएम पोर्टल पर रजिस्ट्रड है। इस पोर्टल के माध्यम से जगबीर को दिनांक 10 अक्टूबर 2022 को राव तुलाराम मेमोरियल अस्पताल दिल्ली से 80 पैकेट एक्स-रे फिल्म का आर्डर मिला था।
दिनांक 14 अक्टूबर 2022 को राकेश ने इंडियामार्ट की वेबसाइट पर वाहेगुरु लेबल सांगानेर जयपुर द्वारा एक विज्ञापन डाला हुआ था। जिसमें एक्स-रे फिल्म बेचने के बारे मे दिखाया हुआ था। विज्ञापन को देखकर राकेश ने दिए गए मोबाइल नम्बर पर अपनी फर्म के लिए एक्स-रे के लिए कमल किशोर नाम के युवक से बात की। जिसके बाद युवक द्वारा दिए गए खाते मे राकेश ने 80 पैकेट एक्स-रे खरीदने के लिए एडवांस मे ऑर्डर के लिए 1 लाख रुपये जमा करा दिए।
21 अक्टूबर 2022 को वाहेगुरु लेबल द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से जगबीर की फर्म के नाम पर एक्स-रे फिल्म का 2 लाख 27 हजार 40 रुपये का बिल भेजा गया। जो राकेश द्वारा खाते के माध्यम से वाहेगुरु लेबल के खाते मे भेज दिया। कमलकिशोर ने सारे माल की फोटो राकेश को भेजी व सीधा राव तुलाराम अस्पताल दिल्ली मे भेजने की बात कही। काफी दिनों तक राकेश को माल नहीं प्राप्त हुआ। कमलकिशोर से बात करने पर कमलकिशोर ने गलत पते पर माल भेजने का बहाना बनाया व फोन बंद कर लिया। इस मामले की जाँच के बाद 27 अप्रैल 2023 को आरोपी कमलकिशोर को गिरफ्तार कर लिया गया। वह अजमेर में किरायेदार के रूप में रह रहा था।