लखनऊ: जल संकट की चुनौती से निपटने के लिए योगी सरकार एक व्यापक जन अभियान की शुरुआत करने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भूगर्भ जल संरक्षण कैंपेन के तहत पहली बार पूरे प्रदेश में बच्चों, शिक्षकों, आम नागरिकों, एनजीओ और विभिन्न स्टेकहोल्डर्स की सहभागिता के साथ राज्यव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सरकार ने इस अभियान के लिए चार महीने का विस्तृत लक्ष्य तय किया है।
इस पहल का उद्देश्य प्रदेश में जल संसाधनों के प्रति दीर्घकालिक चेतना विकसित कर भूजल स्तर में सुधार लाना है। जल संचय को समाज में प्रोत्साहित कर भविष्य की जल आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक ठोस कदम माना जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत पहली बार उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 300 भूजल रैलियों का आयोजन किया जाएगा। जिनमें स्कूली बच्चों और शिक्षकों की विशेष भागीदारी होगी। इसके अतिरिक्त, प्रदेशवासियों को जागरूक करने के लिए 19 बड़े जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
विशेषज्ञ बताएंगे जल प्रबंधन के तरीके
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जल संरक्षण को लेकर लघु गोष्ठियों का आयोजन भी किया जाएगा, जिनमें विशेषज्ञों के बताए जल प्रबंधन और संरक्षण के उपायों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में आमजन को जल उपयोग के लिहाज से अनुशासन और सतत समाधान के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सामाजिक संगठन, पंचायत प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर छेड़ेंगे अभियान
इस अभियान को समाज के सभी वर्गों की भागीदारी से जोड़ने का प्रयास किया गया है। एनजीओ, सामाजिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों, पंचायत प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को अभियान में सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा।
इससे जन-जागरूकता और सामूहिक प्रयासों को बल मिलेगा। यह भूगर्भ जल संरक्षण अभियान उत्तर प्रदेश में जल प्रबंधन की दिशा में सबसे व्यापक और सामूहिक प्रयास है। इस जन आंदोलन से प्रदेश में भूजल स्तर को स्थायी रूप से सुधारने में सफलता मिलेगी।