यमुनानगर। वर्क परमिट पर विदेश भेजकर अच्छा पैसा कमाने का लालच देकर चार युवकों से साढ़े 36 लाख रुपये हड़प लिए गए। पुलिस ने मामले में 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांधी धाम कॉलोनी जगाधरी निवासी विकास शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि नवंबर 2023 में उनके रिश्तेदार ने उसे बताया कि उसके रिश्तेदार संदीप कुमार, कोमल शर्मा, मंजू देवी, मोहम्मद हादिल , विकास शर्मा, रवीश, गुरप्रीत, स्नेहलता, राशी वालिया उनके रिश्तेदार है। वह विदेश में आते जाते रहते है। वह उसे विदेश भेज देंगे। रिश्तेदार की बातों में आकर वह दिसंबर में आरोपियों से मिला। आरोपियों ने उसे वर्क परमिट पर कनाड़ा भेजने का आश्वासन दिया।
आरोपियों ने उसे कहा कि यदि उसका कोई जानकार कनाड़ा जाना चाहता है तो वह उसे भी वहां भेज दंेगे। आरोपियों पर विश्वास करके उसने अपने दोस्त गांव लाहड़पर निवासी मलकीत सिंह व पजांब के गांव राजपुरा निवासी जतिंद्र शर्मा से बात की। आरोपियों ने भी विदेश जाने के लिए हां कर दी। इसके बाद आरोपियों ने उनसे 32 लाख रुपये व जरूरी दस्तावेज ले लिए। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेज दिया। जहां वह कुछ दिन रहे। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें अजरबैजार भेज दिया। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें कहा कि उनका भारत में बायोमैट्रिक होगा। जिसके बाद वह भारत से सीधा कनाड़ा चले जाएगें। आरोपियों पर विश्वास करके वह भारत वापस आ गए। मगर इसके बाद आरोपियों ने उन्हें कनाड़ा नहीं भेजा। जब उन्होंने आरोपियों से बात की तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। पैसे वापस मांगने पर आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। उसने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
वर्क परमिट की बजाए युवक को टूरिस्ट वीजा पर भेजा किर्गिस्तान, वीजा खत्म होने पर वहीं फंसा युवक
गांव गधौली निवासी जिलावती ने बताया कि उसका लड़का धर्मबीर विदेश जाना चाहता था। इस दौरान उसके लड़के की मुलाकात गांव गुमथला निवासी कृपाल सिंह के साथ हुई। आरोपी ने उसके लड़के को बताया कि वह उसे वर्क परमिट पर अच्छे देश में भेज देंगे। जहां पर वह अच्छा पैसा कमा सकता है। आरोपी ने उससे विदेश भेजने के नाम पर साढ़े चार लाख रुपये ले लिए। इसके बाद आरोपी ने उसके लड़के को किर्गिस्तान भेज दिया। आरोपी ने उसे बताया था कि वहां उसे एक कंपनी में काम मिल जाएगा। जब उसका लड़का वहां गया तो वहां उसे कोई कंपनी नहीं मिली। वीजा की जांच करने पर वह वर्क परमिट की जगह टूरिस्ट वीजा मिला।
जिलावती ने बताया कि जब उसने लड़के ने उन्हें फोन कर इस बारे में बताया तो उसने आरोपी से बात की। मगर उसने उनकी बात सुनने से मना कर दिया। अब उसके लड़के का वीजा खत्म हो गया है। जिस कारण वह एक कमरे में बंद है। उसके लड़के को वहां की पुलिस द्वारा पकड़े जाने का डर है। उसने आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।