दिल्ली पुलिस ने आखिरकार शुक्रवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की। कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पहला मामला नाबालिग पहलवान द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है जो भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के साथ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत पंजीकृत है। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ छह महिला पहलवान की शिकायत पर दूसरी प्राथमिकी दर्ज की गई है।
नई दिल्ली पुलिस उपायुक्त (DCP) प्रणव तायल ने कहा कि पहली प्राथमिकी एक नाबालिग पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जो एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने से संबंधित आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं के साथ POCSO अधिनियम के तहत दर्ज की गई है। पुलिस ने दोनों प्राथमिकी में विस्तृत जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि दोनों पहलवानों ने 21 अप्रैल को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी।
Six days after resumption of wrestlers' protest, Delhi Police register two FIRs against WFI chief
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— ANI Digital (@ani_digital) April 28, 2023
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि वह यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगी। शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग वाली पहलवानों की याचिका पर सुनवाई की।
इस बीच जंतर मंतर पर 23 अप्रैल से डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कहा कि सिंह की गिरफ्तारी तक वे अपना धरना जारी रखेंगे। ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा, यह जीत की ओर हमारा पहला कदम है लेकिन विरोध जारी रहेगा। बता दें कि बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और साक्षी मलिक सहित शीर्ष भारतीय पहलवानों ने 23 अप्रैल को दिल्ली के जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ अपना विरोध फिर से शुरू किया। बुधवार को पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ जंतर मंतर पर एक कैंडललाइट मार्च निकाला।