रोहतक : विश्व जन्म दोष रोकथाम दिवस (World Birth Defects Day) के अवसर पर, रोहतक पीजीआई में नर्सिंग कॉलेज की एमएससी नर्सिंग की छात्राओं ने प्राचार्य प्रोफेसर सुनीता कुमारी के दिशा निर्देशन में एमसीएच वार्ड में आम जन को जन्म दोषों के बारे में जागरूक करने के लिए एक अभियान चलाया।
इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए आचार्या किरण कौर ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रतिवर्ष 3 मार्च को विश्व जन्म दोष दिवस मनाया जाता है। आज के समय में पूरे विश्व में दो से तीन प्रतिशत बच्चे जन्म दोष के साथ पैदा होते हैं और इनकी संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। आचार्या किरण कौर ने बताया कि खान-पान, रहन-सहन, वातावरण एवं जीवन शैली इस पर प्रभाव डालते हैं।
इस अभियान के दौरान, छात्राओं ने लोगों को जन्म दोषों के कारणों, लक्षणों और रोकथाम के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लोगों को गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच, स्वस्थ आहार, व्यायाम और तनाव प्रबंधन के महत्व के बारे में भी बताया।
शुद्ध भोजन ले, डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा का सेवन न करें
उन्होंने बताया कि उनके कॉलेज की एमएससी नर्सिंग की छात्राओं ने एमसीएच वार्ड में गर्भवती महिलाओं को जन्म दोष के बारे में विस्तार से बताया कि इसके मुख्य कारण क्या है इन्हें कैसे रोका जा सकता है वन की जांच कैसे की जा सकती है।
आचार्या किरण कौर ने गर्भवती महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि शुद्ध भोजन ले, डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा का सेवन न करें,समय-समय पर जांच करवाएं,धूम्रपान ,तंबाकू, शराब आदि का सेवन ना करें।
जन्म दोषों के बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी
नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल सुनीता कुमारी ने कहा, जन्म दोषों की रोकथाम के लिए जागरूकता और शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। हमारी छात्राओं ने इस अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस अभियान में शामिल छात्राओं ने कहा, “हमें लगता है कि जन्म दोषों के बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। हमें उम्मीद है कि हमारे इस प्रयास से लोगों को जन्म दोषों के बारे में जानकारी मिलेगी और वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे। इस अवसर पर राजपति, किरण, कविता , निधि भी उपस्थित रहे।