Narnaul News: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारनौल के कल्पना चावला हाॅल में भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) विषय पर एक दिवसीय विस्तार व्याख्यान और कार्यशाला का आयोजन प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा की अध्यक्षता में किया गया।
इस कार्यक्रम में चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के सह- पार्टनर स्काईलाइन इंस्टीट्यूट ऑफ जियो इन्फॉर्मेटिक्स एजूकेशन टैक्नोलॉजी, रोहतक से आएं हुए मुख्य अतिथि और वक्ता प्रसिद्ध जियो इन्फॉर्मेटिक्स विशेषज्ञ डॉ अजय पूनिया और तकनीकी अधिकारी हिमांशी बत्रा रहे।
इस कार्यशाला महाविद्यालय की भूगोल विषय की सीनियर प्रोफेसर डॉ मुकेश यादव की रहनुमाई में इस सम्पूर्ण प्रोग्राम का ताना-बाना बुना गया।
महाविद्यालय उपप्राचार्य डॉ जगजीत सिंह मोर , प्रो डॉ मुकेश यादव, डॉ सत्य पाल सुलोदिया डॉ सुनीता शर्मा और डॉ नीतू, डॉ पूनम द्वारा मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता डॉ अजय पूनिया और तकनीकी अधिकारी हिमांशी बत्रा का फूल मालाओं और बुकों से स्वागत किया।
मुख्य अतिथि और वक्ता डॉ अजय पूनिया ने विद्यार्थियों को जियो इन्फॉर्मेटिक्स व भौगोलिक सूचना प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी सांझा की और जियो इन्फॉर्मेटिक्स की बारिकियों पर हैंड्स ओन ट्रेनिंग कार्यशाला करवाई और साथ ही साथ इस तकनीक से सम्बंधित सर्टिफिकेट, डिप्लोमा,पीजी डिप्लोमा और डिग्री के साथ एमटेक की शिक्षा भारत में कहां कहां से होती है और इनके करने के बाद कहां और किस क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। विधार्थियों को विस्तार से जानकारी सांझा किया साथ ही साथ जीआईएस, रिमोट सेंसिंग, फोटोग्राफमैट्री, लिडार, रडार, जीपीएस एवं नेविगेशन, डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग, वेव जीआईएस,पिथोन जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से विद्यार्थियों को रूबरू करवाया।
भूगोल विद् और मौसम विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि आज उपग्रह प्रणालियों,जियो इन्फॉर्मेटिक्स, रिमोट सेंसिंग, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम, एरियल फोटोग्राफी, अत्याधुनिक तकनीकों के प्रयोग से हमारे देश के वैज्ञानिकों को व अनुसंधानकर्ताओं को बहुत जटिल कार्य को चुटकियों में करने में मदद मिल रही है। जिसकी वजह से आज हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाएं हुए हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य ने मुख्य अतिथि सिनियर प्रोफेसर डॉ मुकेश यादव और सभी स्टाफ सदस्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि भूगोल विभाग लगातार हमारे ग्रामीण इलाकों से आए हुए विधार्थियों को अत्याधुनिक तकनीक और इनोवेटिव अप्रोच से आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है।
इस अवसर पर प्रोफेसर डॉ सुभाष चन्द्र ने इस दौरान स्टेज संचालन का और इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण लाइव स्ट्रीमिंग द्वारा यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि प्लेटफार्म पर सभी भूगोल के विधार्थियों ने इस अत्याधुनिक तकनीक से रूबरू कराने का शानदार तरीके से काम को अंजाम दिया । इस अवसर पर भूगोल विभाग सभी स्टाफ सदस्यों सहित सैकड़ों की संख्या में विधार्थी मौजूद रहे और भौगोलिक तकनिकों से रूबरू हुए और अंत में इस अतिआधुनिक तकनीकों से सम्बंधित कोर्स प्रोस्पेक्टस का मुख्य अतिथि और महाविद्यालय भूगोल विभाग के स्टाफ सदस्यों द्वारा प्रमोशन किया गया।