Mohammed Shami : भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इन दिनों लगातार चरमपंथियों के निशाने पर बने हुए हैं. धार्मिक कारणों का हवाला देते हुए शमी को लगातार ट्रोल किया जा रहा है. अब उनकी बेटी के होली खेलने पर मोहम्मद शहाबुद्दीन रिजवी ने आपत्तिजनक बयान दे डाला. जिसके बाद मध्य प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग मोहम्मद शमी के बचाव में उतर गए हैं. खेल मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि अब कट्टरपंथी और चरमपंथी अपनी सीमायें लांघ रहे हैं. अब धमकी वाली राजनीति इस देश में नहीं चलेगी.
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) को किसी से डरने की जरुरत नहीं
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने मोहम्मद शमी को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें किसी से भी डरने की कोई जरुरत नहीं है. विश्वास सारंग ने कहा, मैंने आज मोहम्मद शमी को पत्र लिखकर कहा है कि किसी से डरने की जरूरत नहीं है. मोहम्मद शमी अपने खेल के जरिए इस देश का मान सम्मान बढ़ाते हैं और उनकी बेटी यदि होली खेल लेती है तो कट्टरपंथियों के पेट में दर्द हो जाता है. आश्चर्य होता है कि कट्टरपंथ कहां तक जाएगा. होली का त्यौहार इस देश की संस्कृति से जुड़ा हुआ है. कोई भी व्यक्ति किसी की अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक नहीं लगा सकता. उन्होंने कहा कि कुरान और सभी वेदों में लिखा है कि सबसे पहले मातृभूमि व मात्रवतन है. मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी का इस तरह से धमकाना गलत और दुर्भाग्यपूर्ण भी है.
छोटी सी बच्ची को धमकाया गया
विश्वास सारंग बोले कि मोहम्मद शमी और उनकी बेटी को ऐसे कट्टरपंथियों से डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से उन्हें पूरा संरक्षण दिया जाएगा. देश में इस तरह का कट्टरपंथ बनाना ठीक नहीं होगा. छोटी सी बच्ची को धमकाया जा रहा है, कहां गई वह प्रियंका गांधी जो कहती थीं कि लड़की हूं लड़ सकती हूं. कहां हैं कांग्रेस और विपक्ष के वह नेता जो लगातार बेटियों के संरक्षण की बात तो कहते हैं, लेकिन आज सब चुप है.
होली खेलना शरीयत के खिलाफ
बता दें कि होली के मौके पर मोहम्मद शमी की बेटी का होली खेलते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था. जिस वीडियो पर मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा था कि मोहम्मद शमी की बेटी का होली खेलना शरीयत के खिलाफ है और नाजायज है.