Sunday, March 23, 2025
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सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला राज्य बना उत्तर प्रदेश, महिलाओं को पानी जांच की दी गई ट्रेनिंग

लखनऊ : डबल इंजन की भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश के गांव-गांव में शुद्ध पेयजल पहुंचा दिया है। कभी प्यासे रहे बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हर घर नल से जल के जरिए ग्रामीणों के जीवन में खुशियां आ गई हैं। जल जीवन मिशन के तहत उत्तर प्रदेश सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाला पहला राज्य बना है। प्रदेश के 60354 गांवों का रोड रेस्टोरेशन का कार्य शत प्रतिशत पूरा हो चुका है। अब तक उत्तर प्रदेश के 24050 गांव हर घर जल से प्रमाणित हो चुके हैं। प्रदेश में 5,07479 किलो मीटर की वाटर पाइप लाइन भी बिछा ली गई है।

2.36 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को दिए जा चुके कनेक्शन

योगी सरकार के नेतृत्व में अब तक 2,36,99,417 करोड़ से भी अधिक ग्रामीण घरों में फंक्शनल हाउस होल्ड कनेक्शन दिए जा चुके हैं। जल जीवन मिशन के तहत उत्तर प्रदेश सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला भारत का पहला राज्य बना। 15 अगस्त 2019 से पहले राज्य में 1.97% नल कनेक्शन थे, जो अब बढ़कर 88.61% हो चुका है।

80 फीसदी से अधिक परियोजनाएं सोलर पर आधारित

उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन की 80% परियोजनाएं सोलर पर आधारित हैं। 33157 परियोजनाओं में सोलर का उपयोग हो रहा है। इससे प्रतिदिन 900 मेगावाट का उत्पादन हो रहा है। सोलर तकनीक से पानी निकालने के लिए बिजली का खर्च 50 प्रतिशत से भी कम हो गया है। प्रतिवर्ष करीब 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाईऑक्साइड का एमिशन भी कम होगा। जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 28526 सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं। पूरे प्रदेश में 507479 किलो मीटर की वाटर पाइप लाइन बिछा ली गई है। प्रदेश में कुल 37462 पम्प हाउसों का निर्माण किया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 38456 ट्यूबवेलों की बोरिंग की जा चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में ही जल जीवन मिशन के द्वारा 16472 ओवरहेड टैंक लगाए जा चुके हैं, जबकि 22803 निर्माणाधीन हैं।

99 फीसदी से अधिक स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों को दी गई वाटर टैप सप्लाई

उत्तर प्रदेश के 99% से अधिक स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों को टैप वाटर सप्लाई मिल चुकी है। अब तक 4,80,205 से अधिक महिलाओं को पानी जांच की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। यू.पी. के 64 जिलों में 10 हज़ार स्कूली बच्चों के साथ जल ज्ञान यात्रा भी की गयी है।

गांवों में ही मिल रहा रोजगार

योगी सरकार ने रोजगार के लिए ग्रामीण को प्रशिक्षण भी दिया है। अब तक 1,16,037 ग्रामीण प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन 1,16,667, मोटर मैकेनिक 1,15,505, फिटर के लिए 1,16,078 ग्रामीण, राज मिस्त्री के लिए 1,75,880 ग्रामीण तथा 1,16,007 ग्रामीणों को पम्प ऑपरेटर्स का प्रशिक्षण दिया गया है।

बुंदेलखंड के सात जिलों में दिए गए 14 लाख से अधिक एफएचटीसी

बुंदेलखंड के 07 जिलों में 1418861 से अधिक फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन (एफएचटीसी) दिए गए। महोबा में 139784, ललितपुर में 205866, झांसी में 249106, चित्रकूट में 163698, हमीरपुर में 185465, जालौन में 206512, बांदा में यह आंकड़ा 268430 रहा। बेतवा, यमुना, सोन नदियां बुंदेलखंड और विंध्य के 09 जिलों के लिए बनी जल स्रोत। बुंदेलखंड और विंध्य में 35 बांधों के पानी का उपयोग हो रहा है। विंध्य क्षेत्र के मीरजापुर में 349332 और सोनभद्र में 267822 से अधिक परिवारों को फंक्शनल हाउस होल्ड कनेक्शन हो चुका है। प्रदेश के 60354 गांवों का रोड रेस्टोरेशन का कार्य शत प्रतिशत पूरा हो चुका है।

उत्तर प्रदेश के 24050 गांव हर घर जल से प्रमाणित

जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में नल कनेक्शन और इस मिशन से जुड़े कार्यों को करने के बाद सक्रिय रूप से 21,901 से ज्यादा ग्राम प्रधानों से जल जीवन मिशन का फीडबैक लिया जा चुका है। उत्तर प्रदेश के 24050 गांव हर घर जल से प्रमाणित हो चुके हैं।

सफलता की कहानी

  • यूपी के 14,21,75,040 ग्रामीणों को मिला शुद्ध पेयजल का सीधा लाभ
  • यूपी में 2019 से पहले नल कनेक्शन का औसत 1.97% प्रतिशत था, जो अब बढ़कर 88.61% हो चुका है
  • नल कनेक्शन देने के मामले में यूपी देश में नम्बर 1
  • यूपी में प्रत्येक दिन लगभग 40 हज़ार नए ग्रामीणों को नल कनेक्शन
  • 7 शहरों (झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, महोबा) में जल जीवन मिशन की योजनाओं पर चल रहा काम
  • बुंदेलखंड में 42 परियोजनाएं संचालित। बुंदेलखंड के जिलों में बेतवा, यमुना और सोन नदियों का जल स्त्रोत के रूप में हो रहा उपयोग
  • जल जीवन मिशन स्कीम में 35 डैम के पानी का हो रहा उपयोग

उत्तर प्रदेश मे जल जीवन मिशन की उपलब्धियां

  • जल जीवन मिशन के अंतर्गत महाकुम्भ में नमामि गंगे ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने स्वच्छ सुजल गांव बसाया गया। महाकुंभ जैसे विश्वस्तरीय प्लेटफार्म के जरिए विभाग ने लाखों लोगों को जल संरक्षण, जल संचयन और स्वच्छ पेयजल के प्रति जागरूक किया। 30 लाख से अधिक लोग गांव में पहुंचे। उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के जरिए बदलाव को लोगों ने महसूस किया।
  •  5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह (2023) में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन को दूसरा स्थान प्रदान किया गया।
  • नोएडा में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 में जल जीवन मिशन, उत्तर प्रदेश को मिला बेस्ट डिस्प्ले अवॉर्ड।
  • जल जीवन मिशन के तहत सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला भारत का पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश।
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