अमेरिका के ट्रम्प प्रशासन ने शुक्रवार से इजराइल, मिस्र और खाद्य सहायता कार्यक्रमों को छोड़कर सभी विदेशी देशों को दी जाने वाली मदद पर रोक लगा दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के आदेश के अनुसार, गरीब देशों को मिलने वाली स्वास्थ्य सहायता भी अब निलंबित कर दी गई है। यह आदेश ट्रम्प के शपथ ग्रहण के बाद जारी किए गए एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के तहत आया है, जिसमें विदेश नीति की समीक्षा करने तक 90 दिनों के लिए विदेशों में दी जाने वाली सभी प्रकार की सहायता पर रोक लगाने की बात की गई है।
इस आदेश के बाद दुनिया भर में स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास और रोजगार से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ने का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि अमेरिका इन प्रोजेक्ट्स के लिए सबसे बड़ा फंडिंग स्रोत है। विशेष रूप से, यूक्रेन पर इस फैसले का गहरा असर देखा जा सकता है, क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल में यूक्रेन को रूस के खिलाफ लड़ाई के लिए अरबों डॉलर की सैन्य सहायता मिली थी। यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) के अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन में सभी प्रोजेक्ट्स को रोका जा रहा है, जिसमें स्कूलों को मदद, आपातकालीन मातृ देखभाल और बच्चों के टीकाकरण जैसे स्वास्थ्य कार्यक्रम शामिल हैं।
हालांकि, अमेरिका ने इजराइल और मिस्र को इस फैसले से छूट दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइल और मिस्र अमेरिकी विदेश नीति के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, और यही वजह है कि उन्हें इस आदेश से बाहर रखा गया है। 2023 में, अमेरिका ने इजराइल को 3.3 बिलियन डॉलर और मिस्र को 1.3 बिलियन डॉलर की मदद दी थी।